हरियाणा को विधानसभा के लिए भूमि आवंटन के विरोध में उतरे पंजाब के नेता

हरियाणा को विधानसभा के लिए भूमि आवंटन के विरोध में उतरे पंजाब के नेता
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हरियाणा को विधानसभा में जमीन दिए जाने के मु्द्दे पर आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर कंग ने अजीबो गरीब दावा कर दिया है।

चंडीगढ़। भले ही हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता हरियाणा के लिए अलग से विधानसभा बनाए जाने की दिशा में पॉजिटिव प्रयास करने में जुटे हुए हैं। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने इसका इस तरह का तोड़ निकाला है ताकि पंजाब को भी किसी तरह का कोई घाटा नहीं हो, उसके बावजूद पंजाब के कई सियासी दिग्गजों ने इस पर सियासत की शुरुआत करते हुए विरोध कर दिया है।

यहां पर उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा के पास में इस वक्त जगह काफी कम होने और कईं कमरे हरियाणा के हिस्से में होने के बाद भी पंजाब द्वारा प्रयोग किए जा रहे हैं। इन सभी बातों को लेकर हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता कईं बार पंजाब विधानसभा स्पीकर से मुलाकात कर सारी बात उनके सामने रख चुके हैं। हरियाणा और पंजाब के बीच में हुए 60 और 40 के समझौते के हिसाब से भी अपनी हिस्सेदारी मांग चुके हैं।

लेकिन पंजाब की ओऱ से हरियाणा को कमरे दिए जाने का मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। अब कमरे और जगह संयुक्त विधानसभा में नहीं मिलने के बाद में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने इसका तोड़ निकाल लिया है। उन्होंने इस क्रम में चंडीगढ़ प्रशासक और पंजाब राज्यपाल डाक्टर बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात कर हरियाणा के सामने पैदा हुई समस्या के बारे में विस्तार से बताया था। मुलाकात के दौरान गुप्ता ने राज्यपाल को चंडीगढ़ में हरियाणा का अलग विधानसभा भवन बनाने के लिए जमीन की एक्सचेंज का प्रस्ताव रखा व इस पर विस्तार से चर्चा की।

चंडीगढ़ पर केवल पंजाब का अधिकार : आप

हरियाणा को अलग से विधानसभा बनाने के लिए जमीन अदला बदली में देने के प्रस्ताव पर भी पंजाब के कुछ नेताओं ने सियासत की शुरुआत कर दी है। हरियाणा को विधानसभा में जमीन दिए जाने के मु्द्दे पर आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर कंग ने अजीबो गरीब दावा कर दिया है, जिनका कहना है कि हरियाणा पंचकूला और करनाल में विधानसभा बना सकता है, उन्होंने संयुक्त पंजाब व हरियाणा के तमाम पुराने विषयों को दरकिनार करते हुए यह दावा भी कर दिया कि चंडीगढ़ पर केवल पंजाब का अधिकार है। हरियाणा को चंडीगढ़ में जमीन देने का सवाल ही नहीं उठता है। उधर. आप के नेताओं की बयानबाजी के बीच शिरोमणि अकाली दल नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम जीत सिंह मजीठिया ने डा. बनवारी लाल पुरोहित से इस प्रस्ताव को अस्वीकार करने की अपील करते हुए कहा कि प्रस्ताव संवैधानिक औचित्य के खिलाफ है।

पंजाब के नेताओं का विरोध गलत : विज

पंजाब की ओर से भाजपा औऱ आप, अकाली नेताओं द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी पर मंगलवार को गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा अपना पैसा खर्च कर अपने लिए विधानसभा का निर्माण कर सकता है, इससे नेताओं की बयानबाजी का कोई लेना देना नहीं है। अनिल विज ने यह भी कहा कि पंजाब के नेताओं को इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि हरियाणा नियमानुसार ही कर रहा है।

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