रीडिंग ट्रस्ट बढ़ाएगा अब बिजली उपभोक्ताओं में विश्वास

रीडिंग ट्रस्ट बढ़ाएगा अब बिजली उपभोक्ताओं में विश्वास
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बिजली निगम की साइट www.dhvbn.org.in पर जाकर ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा को उपयोग कर पाएंगे। इस साइट पर ट्रस्ट रीडिंग के आइकन पर क्लिक करने से फार्मेट खुलेगा, इसमें उपभोक्ता अपनी फोटो, बिजली कनेक्शन अकाउंट नंबर, मीटर रीडिंग की जानकारी देकर उसे अपडेट कर सकेंगे।

कुलदीप शर्मा:भिवानी

बिजली निगम के उपभोक्ताओं तथा अधिकारियों के बीच अधिक विश्वास कायम करने के लिए बिजली निगम ने उपभोक्ताओं के लिए रीडिंग ट्रस्ट योजना को लांच किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिलों में आने वाली गड़बड़ को घर बैठे ठीक कराने का है। इसके तहत अब अगर उपभोक्ताओं मीटर की रीडिंग बिल में दर्शाई गई रीडिंग से अलग है तो इसके लिए उपभोक्ताओं को न तो निगम के चक्कर काटने पड़ेंगे न ही बिल ठीक करवाने की गुहार लगानी पड़ेगी। उन्हें बस बिल की फोटो तथा मीटर में दर्ज रीडिंग की फोटो लेकर बिजली निगम की बेवसाइट पर जाकर रीडिंग ट्रस्ट एप में दर्ज करनी होगी। इसके बाद घर बैठे बैठे उपभोक्ता को बिल ठीक हो जाएगा। अकेले शहर की बात की जाए तो निगम के पास 56 हजार उपभोक्ता है।

उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन में रेवन्यू के मामले में काफी घाटे में चल रहा बिजली निगम अब अपने उपभोक्ताओं पर ही भरोसा करके उनके द्वारा ऑनलाइन बताई गई रीडिंग के आधार पर ही बिल जनरेट करेगा। मतलब उपभोक्ता जितनी रीडिंग ऑनलाइन भरेंगे, उसी आधार पर बिल जनरेट किया जाएगा। इसके लिए निगम की वेबसाइट पर जाकर रीडिंग ट्रस्ट नामक ऑप्शन पर सारी जानकारी देनी होगी और उसी आधार पर उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर बताए गए रीडिंग यूनिट के आधार पर बिल का पेमेंट मांगा जाएगा। बिजली बिल की रीडिंग गलत है तो इसके लिए उपभोक्ता को बिजली निगम कार्यालय के लिए भागने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी। उपभोक्ता अब घर पर बैठे ही अपनी रीडिंग को ठीक करवा सकते हैं। निगम द्वारा ट्रस्ट रीडिंग के नाम से एक नई योजना लागू की गई है, जिसमें उपभोक्ताओं द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही बिजली बिल तैयार होगा। इसे ट्रायल के तौर पर ऑनलाइन उपभोक्ताओं के लिए शुरू किया था। जिसमें सफलता को देखा इसे अब स्थाई तौर पर लागू कर दिया गया है।

उपभोक्ता इस तरीके से ट्रस्ट रीडिंग से कर सकते हैं अपना बिल जनरेट

उपभोक्ता निगम की साइट जैसे ही ओपन करेंगे उन्हें ट्रस्ट रीडिंग का एक ऑप्शन दिखाई देगा। इसे ओपन करने पर यहां उपभोक्ता को अपना अकाउंट नंबर और फोन नंबर लिखना होगा। इसके लिखते ही उसी फोन नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी सेंड करने के साथ ही मीटर रीडिंग लिखनी होगी। उपभोक्ता को वह मीटर रीडिंग लिखनी है जिसके आगे केडब्ल्यूएच लिखा होता है इस ऑप्शन को पूरा करने के बाद उपभोक्ता को मीटर की फोटो अपलोड करनी होगी और इसके बाद ही बिल प्रिंट हो जाएगा। यह समूची प्रक्रिया ऑनलाइन बिजली निगम के सॉफ्टवेयर में भी जनरेट हो जाएगी।

ऐसे कर सकते हैं ट्रस्ट रीडिंग अपडेट

बिजली निगम की साइट www.dhvbn.org.in पर जाकर ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा को उपयोग कर पाएंगे। इस साइट पर ट्रस्ट रीडिंग के आइकन पर क्लिक करने से फार्मेट खुलेगा, इसमें उपभोक्ता अपनी फोटो, बिजली कनेक्शन अकाउंट नंबर, मीटर रीडिंग की जानकारी देकर उसे अपडेट कर सकेंगे। यह सुविधा घरेलू, गैर घरेलू और एलटी औद्योगिक श्रेणियों अधिकतम 20 किलोवाट तक लोड के लिए है। सूत्रों की माने तो जल्द ही बिजली निगम इस की एप्लीकेशन भी लांच करने जा रहा है जिसके बाद लोग प्लेस्टोर पर जाकर इसे लोड कर पाएंगे तथा उन्हें निगम की बेवसाइट पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।बिल ठीक करने को अलग से शाखा

रीडिंग व बिल बांटने का कार्य प्राइवेट कंपनी को दिया है। लॉकडाउन के पहले दो फेज के दौरान बिजली मीटर की रीडिंग नहीं ली गई थी। बिल एवरेज के हिसाब से तैयार हुए थे। अब रीडिंग का कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन फिर भी काफी संख्या में उपभोक्ताओं की शिकायतें हैं कि रीडिंग गलत है, जिससे बिल गलत आया है। काफी संख्या में लोग इसकी शिकायतों के लिए निगम कार्यालय में जाते हैं। निगम कार्यालय में शिकायत देने के बाद निगम अपने कर्मी को भेजकर रीडिंग चेक करवाता है तथा फिर बिल ठीक होता है।

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