Research को लगेंगे पंख : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने निफ्टम के साथ किए यह समझौते

Research को लगेंगे पंख : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने निफ्टम के साथ किए यह समझौते
X
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डा. जेपी भूकर व राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान (एनआईएफटीईएम) के कुलसचिव डा. जेएस राणा ने दोनों संस्थानों के कुलपतियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।

हरिभूमि न्यूज : महेंद्रगढ़

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट (एनआईएफटीईएम) कुंडली के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू का उद्देश्य एप्लाइड रिसर्च, इंडस्ट्री ओरिएंटेड इनोवेशन, रिसोर्स शेयरिंग, ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट के क्षेत्र में अनुसंधान व विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना तथा प्रशिक्षण हेतु संकाय सदस्यों व विद्यार्थियों का आदान-प्रदान करना है। समझौता ज्ञापन हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डा. जेपी भूकर व राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान (एनआईएफटीईएम) के कुलसचिव डा. जेएस राणा ने दोनों संस्थानों के कुलपतियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।

राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्राण में खाद्य प्रसंसकरण का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ इस समझौता ज्ञापन को विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इस समझौते से कुशल मानव संसाधन और उपलब्ध संसाधनों का कुशल उपयोग करने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान में सहयोग करने के लिए शिक्षाविदों का एक महान अवसर भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खाद्य गुणवत्ता नियंत्रण और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में उभरते उद्यमियों के लिए फूड माइक्रोबायोलॉजी, फूड टेक्नोलॉजी से संबंधित कौशल आधारित प्रशिक्षण प्रदान करने में मदद करेगा। इसके अलावा दोनों ही संस्थान मिलकर फूड पैकेजिंग और मार्केटिंग के स्तर पर भी काम करेंगे। कुहाड़ ने कहा कि अवश्य ही यह समझौता शैक्षणिक व शोध के मोर्चे पर दोनों ही संस्थाओं के शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगा।

Tags

Next Story