स्टनोग्राफर की बेटी गुजरात में बनीं सिविल जज, मकसद जानकर आप भी देंगे शाबाशी

स्टनोग्राफर की बेटी गुजरात में बनीं सिविल जज, मकसद जानकर आप भी देंगे शाबाशी
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पारूल अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा रही हैं। इसके पश्चात् उन्होंने न्यायिक सेवा की परीक्षा की तैयारी की और विभिन्न राज्यों की न्यायिक सेवा की परीक्षा दी।

हिसार। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी राजपाल धनखड़ की बेटी पारूल धनखड़ गुजरात में सिविल जज के पद पर चयनित हुईं हैं। पारूल धनखड़ के पिता ने बताया कि पारूल ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा हकृवि के कैंपस स्कूल से ही पूरी की है। इसके बाद 12वीं की परीक्षा ब्लूमिंग डेल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल से और बीए एलएलबी की परीक्षा छाजूराम ला कॉलेज से उतीर्ण की है।

इसके बाद अपनी एलएलएम की परीक्षा 2016 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पूरी की। गौरतलब है कि पारूल अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा रही हैं। इसके पश्चात् उन्होंने न्यायिक सेवा की परीक्षा की तैयारी की और विभिन्न राज्यों की न्यायिक सेवा की परीक्षा दी। उन्होंने आखिरकार गुजरात न्यायिक सेवा की परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ परीक्षा उतीर्ण कर स्थान पाया है। परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को घोषित किया गया था।

सफलता का श्रेय दिया अभिभावकों को

पारूल धनखड़ ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता मनजीत कौर, पिता राजपाल धनखड़ व चाचा-चाचियों को दिया है। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में उनके दो चाचा वकालत करते हैं जिनकी प्रेरणा व मार्गदर्शन से ही इस दिशा में अपना भविष्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। उन्होंने बताया कि इस न्यायिक सेवा में जाने का उनका मकसद गरीब व आम जनता को उचित न्याय दिलाना है और जिसे वह अपने परिजनों की प्रेरणा व अपनी मेहनत से जरूर पूरा करेंगी। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा की तैयारी में उनके परिजनों के अलावा शिक्षकों का भी बहुत अधिक योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2021 को उनके पिता राजपाल धनखड़ सीनियर स्केल स्टनोग्राफर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता की सेवानिवृत्ति पर इससे बढिय़ा तोहफा कोई और नहीं हो सकता।

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