रेवाड़ी : नगर परिषद के नोटिस असरहीन, नक्शों को ताक पर रखकर किया जा रहा बिल्डिंगों का निर्माण

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी। बिल्डिंग एक्ट के सभी कायदे-कानूनों को ताक पर रखकर पूरे शहर में निर्माणकार्य अंधाधुंध तरीके से चल रहे हैं। दो दर्जन से अधिक बिल्डिंगों को नोटिस थमाना भी निर्माण करने वाले लोगों की सेहत पर कोई असर नहीं डाल पा रहा है। अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर बनाई जा रही बिल्डिंगों का निर्माणकार्य रुकवाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं।
शहर के पॉश एरिया मॉडल टाउन में इस समय बड़ी संख्या में बहुमंजिला इमारतों का निर्माण हो रहा है। कई बिल्डिंग पूरी तरह से कमर्शियल बनाई जा रही हैं, जबकि मॉडल टाउन में इस तरह की बिल्डिंगों के निर्माण पर पाबंदी है। बेसमेंट से लेकर मंजिलों तक के निर्माण में बिल्डिंग एक्ट को पूरी तरह ताक पर रखा हुआ है। नगर परिषद के अधिकारी बिल्डिंग बनाने वाले लोगों को निर्माणकार्य पूरा करने का अच्छा अवसर दे रहे हैं, ताकि निर्माणकार्य पूरा होने के बाद ऐसी बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई की राह मुश्किल हो जाए। मॉडल टाउन एरिया में शोरूम से लेकर अस्पताल तक की बिल्डिंगों का निर्माण किया जा रहा है, जिन्हें रुकवाने के लिए नप के अधिकारी जरा भी गंभीर नहीं हैं। कई कमर्शियल बिल्डिंग तो बनकर तैयार भी हो चुकी हैं, लेकिन नप की कार्रवाई नोटिसों तक सिमटकर रह गई है।
शहर के बाहर भी निर्माण की बूम
मॉडल टाउन के साथ-साथ सरकुलर रोड, दिल्ली रोड, गढ़ी बोलनी रोड और बाईपास के आसपास भी ऐसी बिल्डिंगों की निर्माण किया जा रहा है, जिनके नक्शों को लेकर ही संशय की स्थिति नजर आ रही है। कई निर्माणाधीन बिल्डिंगों में सौ फीसदी बेसमेंट बनकर तैयार हो चुके हैं। दिल्ली रोड पर भी कार शोरूम बनकर तैयार हो रहे हैं। इस इलाके में नगर परिषद के पास नक्शा स्वीकृत करने का अधिकार तक नहीं है। इन बिल्डिंगों के नक्शे आखिर कहां से पास हो गए, इस बात की जानकारी भी किसी को नहीं है।
नगर परिषद में नहीं कोई रखवाला
नगर परिषद में अधिकारियों की कमी भी शहर में अव्यवस्था का बड़ा कारण साबित हो रही है। कई पुराने अधिकारी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं, तो कुछ का तबादला हो चुका है। निचले स्तर के पुराने अधिकारी 'सेटिंग' से ही समय नहीं निकाल पा रहे हैं। नए आने वाले अधिकारी जल्द वापसी के चक्कर में 'गेस्ट ऑफिसर' जैसी भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें शहर की भौगोलिग स्थिति तक की पूरी जानकारी नहीं है। नगर परिषद की इसी कमजोरी का फायदा उठाकर बिल्डिंगों का नियमों के विरुद्ध निर्माण तेजी से किया जा रहा है।
जल्द लिया जाएगा एक्शन
शहर में नियमों को ताक पर रखने वाली बिल्डिंगों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार नप के अधिकारियों को है। कई बिल्डिंगों को सर्वें कराने के बाद नोटिस भी दिए जा चुके हैं। जल्द ही इस मामले में आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। -डा. सुभिता ढाका, डीएमसी।
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