रेवाड़ी : प्रॉपर्टी डीलरों पर DTP खास मेहरबान, बुलडोजर के निशाने पर आम आदमी

रेवाड़ी : प्रॉपर्टी डीलरों पर DTP खास मेहरबान, बुलडोजर के निशाने पर आम आदमी
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रेवाड़ी में इस समय डीटीपी विभाग प्रॉपर्टी डीलरों और कॉलोनाइजरों पर खास मेहरबान नजर आ रहा है। सुठानी में गत मंगलवार को जमीन के दो समान हिस्सों में आम आदमी की जमीन पर निर्माण तोड़ दिए गए, जबकि उसी जमीन के बेचे जा चुके एक हिस्से को छुआ तक नहीं है।

नरेन्द्र वत्स : रेवाड़ी

रेवाड़ी में इस समय डीटीपी विभाग प्रॉपर्टी डीलरों और कॉलोनाइजरों पर खास मेहरबान नजर आ रहा है। सुठानी में गत मंगलवार को जमीन के दो समान हिस्सों में आम आदमी की जमीन पर निर्माण तोड़ दिए गए, जबकि उसी जमीन के बेचे जा चुके एक हिस्से को छुआ तक नहीं है। जमीन का आधा हिस्सा प्रॉपर्टी डीलर का खरीदा हुआ है, जिस पर काफी निर्माण किए हुए हैं। इससे यह बात एक बार फिर स्पष्ट हो रही है कि कॉलोनाइजरों से लेकर प्रॉपर्टी डीलरों तक की विभाग में अच्छी पैठ बनी हुई है। किसी भी प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई नहीं की जा रही।

शहर के चारों ओर जिस तरह से प्रॉपर्टी डीलर और कॉलोनाइजर खुलकर प्लॉटिंग और निर्माण कर रहे हैं, उससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं विभाग के पास पहुंच रहे 'मोटे चढ़ावे' के कारण उनके निर्माण तोड़फोड की कार्रवाई से मुक्त रखे जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विभाग के चंद भ्रष्ट कर्मचारियों के साथ सांठगांठ के चलते प्लॉटिंग करने वाले लोग मोटा पैसा लेकर डीटीपी विभाग से उस समय तक कार्रवाई नहीं करने की छूट हासिल करते हैं, जब तक कि वह अपनी जमीन के प्लॉटों को बेचने में कामयाब नहीं जाते। शहर के आसपास दर्जनों ऐसे डीलर एक्टिव होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं।

कॉलोनी जल्द नियमित होने का झांसा देकर यह लोग आम जनता को अपने जाल में फंसाने में कामयाब हो जाते हैं। प्लॉट बेचने के बाद यह लोग खरीददारों को निर्माण करने के लिए बोल देते हैं। सभी प्लॉट बिक जाने के बाद डीलर अपना बोरिया बिस्तर बांधकर गोल हो जाते हैं। इसके बाद जब मेहनत की कमाई से आशियाना बनाने का सपना लेकर आम लोग निर्माण शुरू करते हैं, तो डीटीपी का पीला पंजा उन्हें तोड़ने के लिए पहुंच जाता है। डीटीपी की यह कार्रवाई उस समय ही शुरू होती है, जब निर्माण बिल्डिंग बनने की ओर अग्रसर रहता है।

जबरदस्त सेटिंग से चल रहा खेल

सूत्रों के अनुसार पुरानी अनियमित कॉलोनियों नियमित करने का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद जुलाई माह से ही अवैध कॉलोनियों का खेल चरम पर चल रहा है। विभाग के एक कर्मचारी की इसमें बहुत बड़ी भूमिका मानी जा रही है। इस कर्मचारी के मार्फत सेटिंग का खेल जबरदस्त तरीके से चल रहा है, जिसके कारण कंट्रोल्ड एरिया में समारोह स्थल बनाने तक का कार्य शुरू हो चुका है। रातों-रात निर्माणकार्य कराए जा रहे हैं।

गढ़ी बोलनी और बावल रोड पर धूम

इस समय नेशनल हाइवे नं. 48 और एनएच-11 के बीच कनेक्टिविटी के लिए बाईपास का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। इस बाईपास के आसपास तेजी से अवैध कॉलोनियों विकसित करने का कार्य चल रहा है। खेतों में खड़ी सरसों की फसल के बीच प्लॉट काटकर उनमें निर्माण किए जा रहे हैं। सेटिंग के इस खेल के चलते प्लॉटिंग और निर्माण किसी पर भी रोक लगाने के प्रयास नहीं किए जा रहे। प्लॉटिंग की खुलकर धूम मची हुई है।

पुलिस भी लौटा रही विभाग को फाइल

अवैध कॉलोनियां काटने की 'बहती गंगा' में पुलिस भी हाथ धोने का काम कर रही है। जानकार सूत्रों के अनुसार रामगढ़ रोड पर एक अवैध कॉलोनी विकसित करने के मामले में डीटीपी की ओर से पुलिस विभाग को एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्र लिखा गया था। इस पत्र को पुलिस विभाग की ओर से यह लिखकर वापस विभाग के पास भेज दिया गया कि यह कॉलोनी काफी पुरानी है। कॉलोनी के नई-पुरानी तय करने का कार्य भी पुलिस कर रही है।

जेई कर रहे अपने इलाकों में पहचान

कंट्रोल्ड एरिया में किए जा रहे निर्माण की जानकारी एकत्रित करने के लिए संबंधित जेई की ड्यूटी लगाई हुई है। इसके बाद निर्माण करने वाले लोगों को नोटिस देकर तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। किसी भी अवैध निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। जो निर्माण तोड़फोड़ की कार्रवाई से बचे हुए हैं, उन्हें भी जल्द तोड़ा जाएगा। -वेदप्रकाश, डीटीपी।


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