Rewari : प्रशासनिक अनदेखी की शिकार ग्रीन बेल्ट, लोगों का कमर्शियल उपयोग के लिए कब्जा

Rewari : शहर में ग्रीन बेल्ट के निजी प्रयोग का प्रचलन काफी बढ़ रहा है। कोई तारबंदी से पार्क बनाकर तो कोई निजी लाभ के लिए ग्रीन बेल्ट का प्रयोग कर रहा है। इससे करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन सार्वजनिक न रहकर निजी अधिकार में होती जा रही है। प्रशासन की ढील व ग्रीन बेल्ट को अच्छे से मेनटेन न रखने के कारण इस पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। सचिवालय (Secretariat) के पास ही अधिकारियों की आंखों के सामने बावल रोड की ग्रीन बेल्ट पर पूरी तरह कब्जा हो चुका है। अतिक्रमणकारियों ने ग्रीन बेल्ट से सड़क तक सामान रखकर दुकानें लगा ली है। यहां तक कि ग्रीन बेल्ट पर ही अस्थाई तौर पर कोठड़ी बनाकर अपनी रिहाइश भी वहीं कर ली है।
अतिक्रमण की चपेट में ग्रीन बेल्ट
शहर में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण व नगर परिषद की जमीन पर बेरोकटोक व्यवसायिक गतिविधियां चल रही हैं। किसी ने बेचने के लिए ईंट-रोड़ी, क्रेसर डाला हुआ है तो किसी ने दुकान खोली हुई है। ग्रीन बेल्ट पूरी तरह अतिक्रमण की चपेट में है। कई लोगों ने ग्रीन बेल्ट को निजी बना लिया है। किसी ने तार लगाकर पार्क के तौर पर उसे अपने लिए रिजर्व बना लिया है तो किसी ने अपना निजी रास्ता ग्रीन बेल्ट से बना लिया है तथा कई लोग ग्रीन बेल्ट पर व्यवसायिक गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण बढ़ता ही जा रहा है।
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प्रशासन की अनदेखी
सचिवालय के पास बावल रोड पर राजीव चौक से आईओसी चौक, आईओसी चौक से पायलट चौक व पायलट चौक से दिल्ली रोड स्थित अभय सिंह चौक तक ग्रीन बेल्ट पर जगह-जगह लोगों ने कब्जा कर लिया है। यहां तक कि सेक्टरों के अंदर में ग्रीन बेल्ट पर लोगों का कब्जा है। शहर के बीच में नेहरू पार्क के पास, ब्रास मार्केट, मॉडल टाउन सहित कई स्थानों पर लोग ग्रीन बेल्अ पर निजी व्यवस्था चला रहे है। प्रशासन की ओर से इस पर कार्रवाई करने की बजाए देखकर भी अनदेखा किया जा रहा है।
बावल रोड पर पूरा कब्जा
बावल रोड पर राजीव चौक से आईओसी चौक तक सेक्टर-3 से लगती ग्रीन बेल्ट पूरी तरह अतिक्रमण से लिप्त है। जबकि पास में ही सचिवालय व एचएसवीपी कार्यालय स्थित है। लोगों ने पौधों की प्राइवेट नर्सरियां बनाकर ग्रीन बेल्ट को पूरी तरह रोक लिया है। कुछ लोगों में मिट्टी के बर्तन, गमले व अन्य सामान रखकर ग्रीन बेल्ट पर दुकानें बना ली है। इन लोगों ने तो अस्थाई तौर पर टीन, तिरपाल वगैरह लगाकर अपना निवास भी बना लिया है। ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण को हटाने के नाम पर विभाग बिल्कुल सुस्त पड़ा हुआ है।
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