Rewari : फिदेड़ी की विशेष जेल में शिफ्ट होंगे रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ व गुरुग्राम के कैदी

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी।
कोरोना (Corona) के लगातार बढ़ते खतरे के बीच जेल तक कोरोना ना पहुंच जाए, इसके लिए सरकार की तरफ से पूरे इंतजाम कर दिए गए है। शहर से सटे गांव फिदेड़ी में कई एकड़ जमीन पर बन रही जेल को अब कोरोना काल में विशेष जेल का दर्जा मिला है। जेल में रेवाड़ी ही नहीं, बल्कि गुरुग्राम, नारनौल, महेन्द्रगढ़ में अपराधिक गतिविधियों में पकड़े जाने वाले लोगों को बंद किया जाएगा।
कुछ समय इस जेल में बिताने के बाद ही उन्हें संबंधित जिलों की जेल में शिफ्ट (Shift) किया जाएगा। फिदेड़ी जेल का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। एक पुरूष बैरक बनकर तैयार हो चुका है, जबकि दो पुरूष बैरक इसी सप्ताह बनाकर तैयार होंगे। तीन दिन पहले ही निर्माणाधीन जेल का निरीक्षण करने के लिए खुद डीसी यशेन्द्र सिंह पहुंचे थे। उसी समय अंदाजा लग गया था कि जेल का जल्द ही उद्घाटन होगा। लेकिन प्रदेश सरकार की तरफ से अब दी गई जानकारी के अनुसार फिदेड़ी की जेल को विशेष जेल का दर्जा मिला है।
दरअसल, कोरोना का खतरा अब जेल पर भी मंढराने लगा है। हालांकि कोरोना के खतरे के बीच पुलिस जिस भी अपराधी को पकड़ती है, उसे कोर्ट में पेश करने से पहले उसका कोविड-19 टेस्ट कराया जाता है। रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उसे कोर्ट में पेश किया जाता है। रिपोर्ट आने तक पुलिस की तरफ से बनाए गए स्पेशल क्वारेंटाइन सेंटर गांव धामलावास में रखा जाता है। फिर भी कोई कोरोना पॉजिटिव जेल तक ना पहुंच जाए।
इसको ध्यान में रखते हुए पूरे प्रदेश को कवर करते हुए रेवाड़ी, फरीदाबाद, हिसार व करनाल में चार विशेष जेल बनाई जाएगी। रेवाड़ी में पहले ही जेल की डिमांड थी, क्योंकि रेवाड़ी जिले की पुरानी जेल में सिर्फ 30 लोगों को ही रखने की व्यवस्था थी। इसको देखते हुए ही गांव फिदेड़ी में कई एकड़ जमीन पर जेल का निर्माण शुरू हुआ था। अधिकारियों के अनुसार 70 फीसदी काम जेल का हो चुका है, लेकिन इसी बीच कोरोना का संकट आने से काम रूक गया था। अब फिदेड़ी की जेल को कोरोना के लिए विशेष जेल का दर्जा मिलते ही काम में ओर तेजी आई है।
तीन जिलों के कैदी रखे जाएंगे
रेवाड़ी के साथ लगते गुरुग्राम में भौंडसी और नारनौल के नसीबपुर में दो बड़ी जेल है। यहां हजारों कैदी बंद है। रेवाड़ी में छोटी जेल होने के कारण यहां के भी अधिकांश अपराधी इन्हीं दोनों जेल में बंद है। लेकिन अब रेवाड़ी ही नहीं, बल्कि गुरुग्राम, नारनौल व महेन्द्रगढ़ में पकड़े जाने वाले आरोपितों को भौंडसी या नसीबपुर जेल में भेजने की बजाए कुछ समय के लिए पहले फिदेड़ी जेल में ही रखा जाएगा। हालांकि खूंखार अपराधी और पहले से बंद अपराधी उक्त दोनों ही जेल में बंद रहेंगे।
9514 लाख की लागत से बन रही जेल
दिल्ली रोड पर शहर से महज पांच किलो मीटर की दूरी पर बन रही यह जेल बिल्डिंग प्लान के अनुसार दो लाख पांच हजार 994 वर्गफीट कवर एरिया होगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जिला कारागार पर कुल 9514 लाख रुपए की धनराशि खर्च होगी। जेल का 100 प्रतिशत कार्य मार्च 2021 तक पूरा हो जाएगा।
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