साल की पहली छमाही के दौरान रोड साइड चेकिंग में वसूली अढाई गुना पैनल्टी

साल की पहली छमाही के दौरान रोड साइड चेकिंग में वसूली अढाई गुना पैनल्टी
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अप्रैल से सितंबर तक पिछले साल वसूले थे 2 करोड़ 21 लाख 83 हजार, इस साल वसूले जा चुके हैं 5 करोड़ 66 लाख 68 हजार रुपये।

रवींद्र राठी. बहादुरगढ़। हर जिले को टैक्स एकत्रित करने के लिए टारगेट दिया जाता है। झज्जर जिले की बात करें तो यहां रोड साइड चेकिंग के दौरान बीते साल के मुकाबले लगभग छह महीने में ही उतना जुर्माना वसूला जा चुका है। जी हां, इस साल अप्रैल से सितंबर तक 5 करोड़ 66 लाख 68 हजार रुपए बतौर रोड साइड पैनल्टी वसूली है। जबकि बीते साल अप्रैल से सितंबर तक यह राशि महज 2 करोड़ 21 लाख 83 हजार थी। आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों ने अप्रैल-2022 से मार्च-2023 के दौरान 265 वाहनों की जांच के बाद रोड साइड पैनल्टी के रूप में 6 करोड़ 27 लाख 56 हजार रुपए वसूला था।

दरअसल, रोड साइड चैकिंग के लिए मुख्यालय ड्यूटी लगाता है और एईटीओ इन्फोर्समेंट के कंधों पर चेकिंग की जिम्मेदारी होती है। साल की शुरुआत में जहां झज्जर जिले में इन्फोर्समेंट अधिकारियों की संख्या 4 थी, वहीं अब केवल 2 एईटीओ कार्यरत हैं। इसके बावजूद अधिकारियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पैनल्टी वसूलने में करीब अढाई गुणा इजाफा किया है। यह भी हकीकत है कि एईटीओ अगर कोई गाड़ी पकड़ता है, तो उसे निपटान और अन्य कार्यों में दो-तीन दिन का समय लग ही जाता है। एईटीओ सुखबीर सिंह ने इस साल की पहली छमाही में 65 वाहनों की जांच करते हुए एक करोड़ 95 लाख 21 हजार रुपए की पैनल्टी लगाई। जबकि एईटीओ प्रेरणा नागल ने 24 वाहनों की जांच कर एक करोड़ 7 लाख 59 हजार रुपए जुर्माना वसूला। एईटीओ सौरव जायसवाल ने 13 वाहनों की जांच करते हुए 29 लाख 90 हजार रुपए पैनल्टी लगाई। एईटीओ देवेंद्र कुमार ने 107 वाहनों की जांच करते हुए 2 करोड़ 33 लाख 98 हजार रुपए जुर्माना वसूला।

महीनेवार वसूली के आंकड़े

अप्रैल-2023 में 4 एईटीओ ने रोड साइड चेकिंग की, जबकि सितंबर-2023 तक उनकी संख्या घटकर 2 रह गई। इस दौरान 43 वाहनों की जांच की गई और एक करोड़ 2 लाख 45 हजार जुर्माना वसूला गया। मई में 30 वाहनां की जांच की गई और 99 लाख 8 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया। जून में 39 वाहनों की जांच की गई और 79 लाख 57 हजार रुपए पैनल्टी लगाई। जुलाई में 26 वाहनों की जांच कर एक करोड़ 29 लाख 37 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया। अगस्त महीने में 40 वाहनों की जांच के बाद 84 लाख 22 हजार रुपए वसूले गए। सितंबर महीने में 32 वाहनों की जांच के दौरान 71 लाख 97 हजार रुपए पैनल्टी लगाई गई।

वसूली जाती है दोगुणा पैनल्टी

बता दें कि दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर टैक्स चोरी कर सामान को लाया व ले जाया जाता है। जिस पर डीईटीसी एनआर फूले के मार्गदर्शन में जीएसटी नियमों का उल्लंघन कर चलने वाले वाहनों की रोड साइड चेकिंग की जाती है। विभाग की तरफ से ईटीओ और एईटीओ की इंफोर्समेंट टीमों को चेकिंग पर लगाया जाता है। देशभर में माल की आवाजाही के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप से तैयार किया गया ई-वे बिल ले जाना अनिवार्य है। आवश्यक दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान मानकों के अनुसार ई-वे बिल नहीं मिलते, उनके सामान पर टैक्स का निर्धारण कर 200 प्रतिशत जुर्माना राशि वसूली जाती है।

मुख्यालय के आदेश पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाता है। इस साल अप्रैल से सितंबर तक 209 वाहनों की चेकिंग के दौरान 566.68 लाख रुपए जुर्माना लगाया जीएसटी चुकाए बिना सामान ले जाने वालों के विरुद्ध यह चेकिंग अभियान लगातार जारी रहेगा। किसी को जीएसटी चोरी कर जिले से नहीं गुजरने दिया जाएगा। वाहनों पर लगातार निगाह रखी जा रही है। - एनआर फूले, डीईटीसी, झज्जर

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