रोडवेज सब डिपो भवन हो रहा कंडम : लोगों ने सरकार की सदबुद्धि के लिए किया हवन, पंडितों को कराया भोजन

हरिभूमि न्यूज : महेंद्रगढ़
महेंद्रगढ़ में स्थानीय बस स्टैंड परिसर के समीप शुक्रवार को सब डिपो बनाने की मांग को लेकर सरकार की सदबुद्धि के लिए शहर के लोगों की ओर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके बाद पांच पंडितों को भोजन भी कराया गया। लोगों का कहना है कि सरकार दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव कर रही है। जब सरकार यहां सब डिपो की नहीं बनाना चाहती है तो सात करोड़ की लागत से नए भवन का निर्माण क्यों कराया। अगर जल्द ही सब डिपो नहीं शुरू किया गया तो यह भवन कंडम हो जाएगा।
बता दें कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2014 में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने महेंद्रगढ में प्रस्तावित आईटीआई ग्राउंड में रैली के दौरान क्षेत्र की मांग पर महेंद्रगढ़ बस स्टैंड पर सब डिपो बनाने की घोषणा की थी। घोषणा करने के बाद विधानसभा चुनाव आ गए थे। जिसमें कांग्रेस सरकार नहीं बनी और भाजपा सरकार सत्ता में आ गई। इसके बाद यह घोषण ठंडे बस्ते में चली गई। सामाजिक संगठनों लोगों ने वर्ष 2018 में महेंद्रगढ़ बस स्टैंड पर सांकेतिक धरना दिया और सरकार व विभाग के प्रति रोष प्रकट किया गया। इसके बाद 21 जुलाई 2019 को पूर्व परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार ने महेंद्रगढ़ सब का निर्माण कार्य नारियल तोड़कर शुभारंभ करवाया था और सरकार ने सब डिपो के निर्माण कार्य के लिए छह करोड़ 70 लाख रुपये का बजट मंजूर किया।
इसके बाद करीब छह माह तक इसका कार्य लटका रहा। फिर सामाजिक संगठनोंं द्वारा लघुसचिवालय में जिला उपायुक्त को कई बार ज्ञापन देने पर सब डिपो का निर्माण कार्य शुरू हो पाया। एक फरवरी 2021 को अड्डा इंचार्ज को चांबी सौंप दी गई थी, लेकिन तब से इसका उद्घाटन हीं नहीं हुआ है। समाजसेवी रामनिवास पटोदा ने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि यहां सब डिपों बनेगा या नहीं। अगर यहां सब डिपों बनाना है तो फिर देरी क्यों। नए भवन पर लगाए गए सात करोड़ रुपये बिना भवन इस्तेमाल करें हीं बेकार हो रहें है। अनिल आर्य ने मंत्रों का उच्चारण कर सरकार की सदबुद्धि की कामना की। हवन यज्ञ में अतर सिंह आर्य व सुमन आर्या ने यज्ञमान की भूमिका निभाई।
भवन की हालत हल्की-हल्की जर्जर अवस्था में
सब डिपो के भवन को बने हुए करीब डेढ साल बीत चुका है। लेकिन इसका उद्घाटन नहीं होने से भवन की हालात हल्की-हल्की जर्जर अवस्था में होने लगी है। क्योंकि भवन की दीवारों में दीमक लगनी शुरू हो गई है और दीवारों में रंग-पेंट उखड़ने शुरू हो गए है। सामाजिक संगठन का कहना है कि अगर समय रहते सरकार नहीं जागी तो एक साल बाद सरकार द्वारा भवन पर खर्च किए गए छह करोड़ 70 लाख रुपये पर पानी फिर सकता है।
कई बार जायजा ले चुके अधिकारी
10 फरवरी 2021 को रोडवेज विभाग की टीम भवन का निरीक्षण किया तथा 42 कमियां निकाली थी। फिर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सभी कमियां दूर करवाकर 8 जुलाई 2021 को रोडवेज विभाग को पत्र ऑब्जेक्शन कंप्लीशन का पत्र भेजा गया था। इसके बाद रोड 21 सितबंर को फिर से जीएम रोडवेज ने इसका निरीक्षण करते हुए मिली कुछ कमियों को ठीक करने के बारे में पीडब्ल्यूडी विभाग को कहा गया तो पीडब्ल्यूडी विभाग ने कमियों को दूर कर फिर से कंरप्लीकेशन का पत्र रोडवेज विभाग को भेजा गया था। फिर जीएम नवीन शर्मा ने 4 जनवरी 2022 को भवन का फिर से निरीक्षण किया। जीएम ने फिर से भवन में कमियां निकाल दी। इसके बाद गुरूवार को चंडीगढ़ की टीम ने फिर इसका निरीक्षण किया, लेकिन उन्होंने भी इसमें कमियां निकाली दी। 10 फरवरी 2021 को इस भवन व वर्कशाप का निरीक्षण किया गया था तब भवन में 42 कमियां थी। इसके बाद इनमेंं से कुछ खामिया दुरूस्त करवा दी गई। जिनमें से मार्च 2022 तक 19 कमियां बाकि रह गई थी।
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