भय के साये में ड्यूटी कर रहे रोडवेज कर्मी, 10 दिनों में 5 परिचालक संक्रमित, तीन कर्मचारियों की मौत

हरिभूमि न्यूज : जींद
कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बीच गत वर्ष लगे लॉकडाउन में जब परिवहन गतिविधियां शुरू की गई थी तब थर्मल स्केनिंग से लेकर मास्क, सैनिटाइजेशन जैसी प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद ही बसों में इंट्री होती थी लेकिन अब ऐसी किसी तरह की व्यवस्था बस अड्डे पर नजर नहीं आ रही है। पिछले 10 दिनों में रोडवेज के 15 परिचालक संक्रमित हो चुके हैं तो तीन कर्मचारियों की जान जा चुकी है। जिसके चलते रोडवेज कर्मियों में खौफ है।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सरकार ने एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगाया है लेकिन परिवहन सुविधाओं को सुचारू रखा गया है। जिसके चलते अब जींद डिपो से बसें कैथल, चंडीगढ़, रोहतक, भिवानी, पानीपत, गोहाना की तरफ जा रही हैं और इनमें 20 से 25 यात्री एक बस में यात्रा कर रहे हैं। यात्रियों के चेहरे पर मास्क जरूर नजर आ रहे हैं लेकिन इनमें से एक भी यात्री अगर संक्रमित होगा और वह परिचालक के संपर्क में आ गया तो कोरोना की इतनी लंबी चेन बन सकती है कि इसे तोड़ना प्रशासन के बस की बात नहीं रहेगी क्योंकि ड्यूटीरत परिचालक दिन भर में सैकड़ों यात्रियों के साथ सीधे संपर्क में आता है।
पिछले 10 दिनों में जींद डिपो, सफीदों और नरवाना सब डिपो के 15 परिचालक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जबकि दो परिचालक और एक गनमैन की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा तो केवल जींद डिपो का है जबकि प्रदेश के सभी डिपो की यही स्थिति है। इसके बावजूद कर्मचारी की जान की कीमत को समझते हुए परिवहन विभाग द्वारा किसी तरह का निर्णय नहीं लिया जा रहा। रोडवेज कर्मचारी यूनियन इंटक के प्रदेश उपमहासचिव संदीप रंगा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान परिचालकों की सुरक्षा को देखते हुए बसों को अस्थायी रूप से रोका जाए। बस अड्डे पर थर्मल स्केनिंग की सुविधा हो। रोडवेज परिचालकों को भी फ्रंट कैटेगरी में शामिल कर 50 लाख की बीमा सुरक्षा पॉलिसी में लिया जाए।
सभी परिचालकों को दिए हैं मास्क और सैनिटाइजर : जीएम
जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने बताया कि रोडवेज कर्मियों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। सभी परिचालकों को मास्क और सैनिटाइजर वितरित किए गए हैं। बसों में शारीरिक दूरी के तहत यात्री बैठाने के लिए कहा गया है। रोडवेज कर्मियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर कोताही नहीं बरती जा रही है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS