रोहतक का खूनी खेल : अभिषेक को घर ले जाकर पुलिस ने किया सीन रिक्रिएट, हुए ऐसे खुलासे, सोच भी नहीं सकते

हरिभूमि न्यूज. रोहतक
विजय नगर में हुए खूनी खेल की सच्चाई सामने आने के बाद हर कोई हैरान है। लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि परिवार का चहेता बेटा ही अपने कभी न पूरे होने वाले सपनों की खातिर कैसे खूनी खेल को अंजाम दे सकता है। मामले में रोजाना नए नए खुलासे हो रहे हैं। जिन्हें आमजन के सामने खोलने से अधिकारी भी झिझक रहे हैं। सूत्रों की माने तो एसआईटी को जांच में पता चला है कि अभिषेक उर्फ मोनू और उसके दोस्त के बीच में गहरे प्रेम सम्बंध हैं। उसका दोस्त किसी दूसरे राज्य का रहने वाला है। दोनों की मुलाकात करीबन तीन साल पहले दिल्ली में हुई थी, जिसके बाद वह हर माह समय मिलने पर मिलते रहे हैं। उसके दबाव में ही अभिषेक सर्जरी करवाना चाहता था, जिसके लिए उसे करीबन पांच लाख रुपये की जरूरत थी। परिवार को इस बात का पता चला तो घर में झगड़ा हो गया था। जिसके बाद मोनू पर तमाम तरह की पाबंदी लगा दी गई थी, लेकिन वह नहीं माना और बड़ी वारदात अंजाम तक पहुंचा दी गई।
होटल सेे भाग गया था दोस्त
पुलिस जांच में सामने आ चुका है कि अभिषेक और उसके दोस्त ने 25 अगस्त को करीब 9.46 पर दिल्ली बाईपास पर होटल में कमरा बुक किया था। अभिषेक पहले आईडी जमा करवाने से बच रहा था। होटल मैनेजर नहीं माना तो दोनों को आईडी जमा करवानी पड़ी। दोनों होटल में रूके और फिर 27 अगस्त को करीबन 12.30 बजे के बाद कमरा खाली किया। इस बीच अभिषेक वारदात को अंजाम दे चुका था। लेकिन जैसे ही उसके दोस्त को इसका पता चला। वह डर की वजह से फरार हो गया था। अब अभिषेक का दोस्त पुलिस की हिरासत में है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह हत्या में संंलिप्त है या नहीं। इसकी गहन जांच की जा रही है। एसपी ने खुलासा किया था कि अभिषेक का निजी आचरण भी हत्याकांड का कारण है। इसके अलावा प्रॉपर्टी और पैसा भी कारण थे। जिसकी वजह से हत्याकांड को अंजाम दिया गया। हालांकि पुलिस प्रेम प्रसंग के मामले में कोई बयान नहीं दे रही।
पुलिस ने सीन रिक्रिएट किया तो रोने लगा अभिषेक
एसआईटी रिमांड के दूसरे दिन बृहस्पतिवार सुबह पांच बजे अभिषेक को लेकर विजय नगर स्थित मलिक हाऊस में पहुंची। जहां क्राइम सीन को रिक्रिएट किया गया। इस दौरान अभिषेक से हर जगह की निशानदेही करवाई गई। उससे पूछा गया कि उसने कैसे कैसे हत्याएं की। सीन की वीडियोग्राफी भी करवाई गई। पुलिस टीम करीब एक घंटे तक मकान में रही। इस दौरान आरोपित रिश्तेदारों को देखकर रोने लगा। उसने रोते रोते वारदात की जानकारी दी। कई जगह वह हाथ जोड़ते हुए भी नजर आया।
उसने एसआईटी को बारी बारी से जानकारी दी। उसने बताया जब वह घर में आया तो देखा कि सभी सदस्य घर में मौजूद हैं। उसने देखा कि पापा, मम्मी और नानी नीचे थे। पापा कमरे में लेटे हुए थे। जबकि मां और नानी रसोई में खाना बना रहे थे। वह सबसे पहले एलईडी पर गाने तेज आवाज में लगा कर छत पर बने कमरे में पहुंचा। जहां उसकी बहन तमन्ना सो रही थी। सबसे पहले उसने तमन्ना के सिर में गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर नानी छत पर आ गई। फिर उसने अपनी नानी को सिर में गोली मार दी। गोली की आवाज से उसकी मां छत पर आई तो उसके सिर में गोली मार दी। इसके बाद तीनों को कमरे में लॉक किया। चाबी जेब में रखकर वह पापा के कमरे में पहुंचा। जहां उसने देखा कि उसके पिता मोबाइल पर बात कर रहे हैं। एक बार उसने हथियार को छिपाया लेकिन फिर बिना समय गंवाए एक के बाद एक अपने पिता के माथे पर दो गोली दाग दी। इसके बाद उसने कमरा लॉक कर चाबी जेब में रखी और स्कूटी पर दोस्त से मिलने के लिए चला गया। पुलिस द्वारा उसे सीढ़ियों द्वारा उसके मकान में भी लाया गया। हालांकि उसे परिवार के अन्य सदस्यों से नहीं मिलने दिया गया।
वारदात के बाद नर्वस हुआ तो कांपने लगे हाथ पैर
वारदात को अंजाम देने के बाद अभिषेक दोस्त के पास होटल में पहुंचा। जिसके बाद वह खाना खाने के लिए खरावड़ के पास होटल में गए। वहां तक सब ठीक रहा। खाना मंगवाया गया, लेकिन अभिषेक नर्वस होता चला गया और उसके हाथ पैर कांपने लगे। इस दौरान वह मन ही मन वारदात से बचने के लिए कहानी तैयार कर रहा था। उसके दोस्त को उस पर वारदात को अंजाम देने का शक भी हो गया था। वारदात का पता चलते ही उसका दोस्त होटल से फरार हो गया और अभिषेक वापस घर जा पहुंचा। जहां उसने ड्रामा रचा।
मामा को किया फोन
अभिषेक ने घर पर जाकर परिवार के सदस्यों को कॉल की। फोन नहीं उठाया तो उसने आस पड़ोस में लोगों से बात कर पूछा कि उनके परिजन कहां गए हुए हैं। इसके बाद उसने मामा को फोन कर बताया कि लॉक लगा हुआ है कोई ताला नहीं खोल रहा। जिसके बाद आसपास के लोग जमा हो गए और गेट खुलवाया गया। इसके बाद वारदात का पता चला।
अवैध पिस्तौल से दिया था वारदात को अंजाम
पुलिस सूत्रों की माने तो अभिषेक ने घर की दराज में रखी पिस्टल से ही वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के बाद पिस्टल को छिपा दिया गया था। माना जा रहा है कि यह पिस्टल अवैध है और एक ही पिस्टल से पूरी वारदात की गई है। हालांकि पहलवान प्रदीप मलिक के पास हथियार का लाइसेंस हैं, लेकिन उसके हथियार किसी केस के सम्बंध में जमा करवाए गए थे।
पापा ने जान बचाने के लिए सिखाई थी पिस्तोल चलानी
प्रदीप मलिक नामी पहलवान था। वह फाइनेंस और प्रॉपर्टी डीलिंग से जुड़ा हुआ था। उसकी हरियाणा और दिल्ली में अच्छी जान पहचान थी। जाहिर है कि उस हिसाब से जान का खतरा भी था। इसलिए वह अपने साथ कई हथियारबंद लोगों को रखता था। इसी वजह से उसने अपनी पत्नी, बेटी और बेटे को भी हथियार चलाना सिखा दिया था ताकि कोई हमला करे तो वह अपना बचाव कर सकें। इसी वजह से अभिषेक का पिस्तौल प्रेम बढ़ता चला गया। अभिषेक अक्सर अपने पिता के हथियारों से हवाई फायरिंग करता था। जिसकी वजह से वह पिस्तौल चलाना अच्छी तरह से सीख गया था। यही वजह प्रदीप की मौत का कारण बन गई।
एक्सपर्ट से सलाह लेकर की गई वारदात
पुलिस की कहानी में अभिषेक ही मुख्य आरोपित है, लेकिन वारदात की पटकथा वह अकेले नहीं लिख सकता। अब तक की जांच में अनुमान है कि पटकथा किसी ओर ने लिखी है। जिसके बाद अभिषेक ने उसे अंजाम तक पहुंंचाया है। वहीं जिस अंदाज से सिर से सटा कर गोलियां मारी गई हैं, उससे अधिकारी भी हैरान हैं। उनका मानना है कि किसी शूटर या एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही गोली चलाई गई है।
पूरे परिवार का अखिरी वीडियो वायरल
पूरे परिवार के खात्मे के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें बहन और भाई गाड़ी में आगे बैठे हैं। अभिषेक गाड़ी चला रहा है। पिता प्रदीप और मां पीछे बैठे हुए हैं। इस दौरान वह प्यार, प्यार, प्यार गाने पर झूमते हुए नजर आ रहे हैं।
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