Rohtak PGI : बिना चीरा लगाए ब्रेन ट्यूमर का आपरेशन, डॉ. गोपाल को मिला बेस्ट रिसर्च अवार्ड

Rohtak PGI : बिना चीरा लगाए ब्रेन ट्यूमर का आपरेशन, डॉ. गोपाल को मिला बेस्ट रिसर्च अवार्ड
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इस रिसर्च में बताया था कि ब्रेन ट्यूमर का आप्रेशन सिर्फ दिमाग को खोलकर और हड्डी हटाकर ही नहीं किया जाता बल्कि नाक के माध्यम से एंडोस्कोपी द्वारा बिना चीरा लगाए ट्यूमर को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है।

हरिभूिम न्यूज : रोहतक

पीजीआईएमएस का न्यूरोसर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ. गोपाल कृष्णा को बेस्ट रिसर्च अवार्ड से नवाजा गया है। यह अवार्ड उन्हें ब्रेन ट्यूमर पर किए गए रिसर्च के आधार पर मिला है। इस रिसर्च में बताया था कि ब्रेन ट्यूमर का आप्रेशन सिर्फ दिमाग को खोलकर और हड्डी हटाकर ही नहीं किया जाता बल्कि नाक के माध्यम से एंडोस्कोपी द्वारा बिना चीरा लगाए ट्यूमर को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। इस तकनीक से मरीज को दर्द नहीं होता और वह जल्दी ठीक होकर घर जा सकता है।

अवार्ड मिलने पर उन्हें पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने सम्मानित किया। डॉ. सक्सेना ने कहा कि विभाग चिकित्सा जगत की सभी अत्याधुनिक मशीनों के साथ मरीजों की सर्जरी कर रहा है। जिसका परिणाम है कि आज न्यूरोसर्जरी विभाग में प्रदेश ही नहीं बल्कि आसपास के प्रदेशों के मरीज भी यहां सर्जरी करवाने के लिए आ रहे हैं। बाहर के अस्पतालों में 5 से 10 लाख रुपये में होने वाली सर्जरी यहां मात्र 10 हजार के करीब हो रही है। इसके लिए विभागाध्यक्ष डॉ. ईश्वर व उनकी टीम बधाई की पात्र है। कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना, निदेशक डॉ. एसएस लोहचब व विभागाध्यक्ष डॉ. ईश्वर सिंह ने डॉ. गोपाल कृष्णा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड प्राप्त करके संस्थान का नाम रोशन किया है। डॉ. एसएस लोहचब ने कहा कि हमें मरीजों के हित में अधिक से अधिक रिसर्च करनी चाहिए।

कांफ्रेंस में हिस्सा लिया

अपनी उपलब्धि पर डॉ. गोपाल कृष्णा ने बताया कि नई दिल्ली में 25 से 27 मार्च तक न्यूरोएंडोस्कोपी सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा वार्षिक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। इसमें अमेरिका, जर्मनी सहित पूरे देश से करीब 150 न्यूरोसर्जन विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया था। डॉ. गोपाल कृष्णा ने विभागाध्यक्ष डॉ. ईश्वर सिंह की अध्यक्षता में की गई रिसर्च इवालूएशन ऑफ पिट्यूटरी सर्जरी फ्रोम बिगेनर टू एक्सपर्ट एंड इंस्ट्यिूटशनल एक्सपिरियंस विषय पर प्रस्तुत किया था, जिसे कांफ्रेंस में सभी द्वारा सराहा गया और बेस्ट रिसर्च पेपर अवार्ड से नवाजा गया।

वरिष्ठों के साथ मिलकर 500 आपरेशन कर चुके

डॉ. गोपाल कृष्णा ने बताया कि वें पिछले पांच साल से डॉ. ईश्वर की देखरेख में डॉ. विवेक फौगाट व डॉ. वरुण अग्रवाल के साथ करीब 500 मरीजों का इस तकनीक से ऑप्रेशन करके उन्हें ठीक कर चुके हैं और सभी आप्रेशन सफल हुए हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. ईश्वर सिंह ने कहा कि उनके विभाग में नस फटने, रीड की हड्डी की जटिल सर्जरी को न्यूरो मोनिटरिंग के माध्यम से अत्याधुनिक मशीनों के साथ किया जाता है। डॉ. विवेक ने बताया कि कोई भी ब्रेन ट्यूमर या अन्य सर्जरी का मरीज सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में न्यूरोसर्जरी की ओपीडी में आकर अपना इलाज करवा सकता है।

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