Sugarcane Price Increase : हरियाणा में गन्ने के मूल्य में दस रुपये की बढ़ोतरी, सीएम मनोहर लाल ने की घोषणा

Sugarcane Price Increase : हरियाणा में गन्ने के मूल्य में दस रुपये की बढ़ोतरी, सीएम मनोहर लाल ने की घोषणा
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अब किसानों को 362 की जगह अब गन्ना किसानों को गन्ने का मूल्य 372 रुपये प्रित क्विंटल मिलेगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार सुबह की।

हरियाणा सरकार ने गन्ना किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए गन्ने के मूल्य में दस रुपये की वृद्धि कर दी है। अब किसानों को 362 की जगह अब गन्ना किसानों को गन्ने का मूल्य 372 रुपये प्रित क्विंटल मिलेगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार सुबह की।

गौरतलब है कि प्रदेश में किसान गन्ने की मूल्य बढ़ोतरी को लेकर पिछले कई दिनों से चीनी मिलों पर प्रदर्शन और भूख हड़ताल पर बैठे थे। किसान प्रदेशभर में चीनी मिलों पर तालाबंदी कर प्रदर्शन कर गन्ना मूल्य 450 रुपये करने की मांग कर रहे थे। वहीं, इससे पहले, कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बुधवार सुबह मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर पिराई सीजन 2022-23 के लिए गन्ने के सुझावित मूल्य पर पुनर्विचार समिति की रिपोर्ट सौंपी। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा सहित कई संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री की किसानों से अपील

मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में अपने निवास संत कबीर कुटीर पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के हितों की रक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की है कि चूंकि गन्ने के भाव में वृद्धि की गई है, इसलिए अब किसान गन्ने को मिलों में ले जाना शुरू करें ताकि मिलें सुचारू रूप से चल सकें। चीनी मिलों का बंद होना न तो किसानों के हित में है और न ही मिलों के। मनोहर लाल ने कहा कि हालांकि चीनी की मौजूदा कीमत उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ी है, फिर भी हम चीनी की कीमत की तुलना में गन्ना किसानों को अधिक कीमत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीनी मिलें लगातार घाटे में चल रही हैं, लेकिन फिर भी हमने समय-समय पर किसानों के हितों की रक्षा की है।

चीनी मिलों को 5293 करोड़ रुपये का घाटा

उन्होंने बताया कि इस समय राज्य की चीनी मिलों पर 5293 करोड़ रुपये का घाटा है। सरकारी मिलों में चीनी की रिकवरी का प्रतिशत 9.75 है, जबकि निजी मिलों का प्रतिशत 10.24 है। उन्होंने कहा कि चीनी की रिकवरी बढ़ाने और मिलों को अतिरिक्त आय के लिए मिलों में एथेनॉल और ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के साथ-साथ सहकारी चीनी मिलों की क्षमता बढ़ा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ने के मूल्य निर्धारण के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी, जिसने गन्ना किसान की मांगों पर विचार करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी। समिति ने किसानों, सहकारी विभाग, निजी मिलों और विशेषज्ञों के साथ कई बैठकें की हैं और अन्य महत्वपूर्ण सिफारिशों के साथ गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी की सिफारिश की।

सरसों की खराब हुई फसल की होगी गिरदावरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मौसम में सर्दी अधिक पड़ी है, जिसके कारण सरसों की फसल काफी प्रभावित हुई है। नुकसान का आंकलन करने के लिए 5 फरवरी से नियमित गिरदावरी शुरू की जाएगी और जहां-जहां नुकसान हुआ है, किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।

सप्ताह के भीतर किसानों को भुगतान किया जाए

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में गन्ना किसानों का समय पर भुगतान किया जाता है। वर्ष 2020-21 में 2628 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है और इस वर्ष को कोई भी बकाया नहीं है। इसी प्रकार, वर्ष 2021-22 में केवल 17.94 करोड़ रुपये नारायणगढ़ चीनी मिल के पीडीसी को छोड़कर 2727.29 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने कहा कि ‌सहकारी चीनी मिलों को निर्देश दिए हुए हैं कि एक सप्ताह के भीतर किसानों को भुगतान किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को भी ऑफर दी गई है कि यदि वे चीनी मिलों का संचालन करना चाहें तो सरकार इस पर भी विचार कर सकती है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सीएम ने कहा कि विपक्ष और कुछ किसान यूनियन इस विषय पर राजनीति कर रहे हैं, जो कि उचित नहीं है। किसान भी आज समझते हैं कि चीनी मिलें घाटे में चल रही हैं और फिर भी सरकार किसानों के हित में निर्णय ले रही है। इसलिए विपक्ष के नेता और कुछ किसान यूनियन इस विषय पर राजनीति न करें, जनता उन्हें जवाब देगी।

पटवारियों का पे-स्केल बढ़ाया

मनोहर लाल ने कहा कि पिछले दिनों पटवारियों ने सरकार के समक्ष अपने वेतन में वृद्धि की मांग रखी थी। इसका सरकार ने अध्ययन किया और माना कि वेतन में वृद्धि की जानी चाहिए। इसलिए पटवारियों को पे-स्केल बढ़ाया है और अब उनका वेतन 25 हजार से 32,100 रुपये हो गया है। इस बारे में 24 जनवरी को अधिसूचना जारी की जा चुकी है।

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