पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर खुलेंगे सैनिक स्कूल, महेंद्रगढ़ जिले में 6 संस्थानों ने किया आवेदन

पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर खुलेंगे सैनिक स्कूल, महेंद्रगढ़ जिले में 6 संस्थानों ने किया आवेदन
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भारत सरकार ने राज्य, गैर सरकारी संगठन, निजी भागीदारों की भागीदारी के माध्यम से संबद्धता के आधार पर सैनिक स्कूल सोसायटी, रक्षा मंत्रालय के तहत सौ नए सैनिक स्कूल स्थापित करने की पहल को मंजूरी दी है।

सतीश सैनी : नारनौल

देश में इस समय 31 सैनिक स्कूल संचालित है। हरियाणा में दो सैनिक स्कूल हैं, एक करनाल के कुंजपुरा में दूसरा रेवाड़ी में। तीसरा झज्जर के मातनहेल में निर्माणाधीन है। पड़ोसी राजस्थान में चितौड़गढ़ और झुझुनूं में एक-एक सैनिक स्कूल है। साल-2021 में एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट में देशभर में 100 से अधिक सैनिक स्कूल खोलने की घोषणा की थी। इसी घोषणा के चलते 17 जनवरी 2022 को भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव राकेश मित्तल की ओर से पत्र क्रमांक 22(5)/एसएसएस/2021 जारी किया है।

पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार ने राज्य, गैर सरकारी संगठन, निजी भागीदारों की भागीदारी के माध्यम से संबद्धता के आधार पर सैनिक स्कूल सोसायटी, रक्षा मंत्रालय के तहत सौ नए सैनिक स्कूल स्थापित करने की पहल को मंजूरी दी है। ऑनलाइन मोड के माध्यम से पंजीकरण के लिए आवेदन करने वाले एनजीओ, निजी स्कूलों से सैनिक स्कूल में मान्यता के लिए आवेदन के वेब साइट पर प्राप्त हो रहे हैं। पोर्टल पर आवदेन किए जा सकते है। मानदंड के आधार पर स्कूल प्रवेश समिति द्वारा निरीक्षण शामिल है। उसके लिए एक कमेटी निर्धारित की गई है जिसके जिलाधीश, प्रिंसिपल नवोदय विद्यालय व प्रिंसिपल नजदीकी सैनिक स्कूल को शामिल किया गया है। यह कमेटी मानदंड के अनुसार आवेदक स्कूल का मूल्यांकन करें और उसके आधार पर अपनी सिफारिश प्रस्तुत करें।

छह संस्था ने किया आवेदन

नारनौल बीईओ सुभाष सांभरिया ने बताया कि जिला में छह संस्थाओं ने सैनिक स्कूल के लिए आवेदन किया है। इनमें राव सुलतानसिंह शिक्षा समिति बलायचा, महर्षि दयानंद शिक्षा समिति देवयानी इंदटरनेशनल स्कूल बेवल, एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ककराला, डीआर ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशस बलाना, राव चिरंजीलाल स्मृति जनसेवा ट्रस्ट महेंद्रगढ़ सिटी, यदुवंशी शिक्षा निकेतन रन बॉय राव चिरंजीलाल स्मृति एंड जनसेवा ट्रस्ट नारनौल शामिल है। आवेदन के बाद उपायुक्त की अध्यक्षता में फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए टीम गठित की गई। इसमें सैनिक स्कूल रेवाड़ी के प्रिंसिपल, नवोदय स्कूल करीरा के प्रिंसिपल व संबंधित क्षेत्र के बीईओ को शामिल किया गया। इस टीम ने आवेदन करने वाले संस्थान में जाकर वेरिफिकेशन की है। इनकी रिपोर्ट प्रशासन के माध्यम से आगे भेजी जाएगी।

महेंद्रगढ़ जिला का दावा यूं है मजबूत

महेंद्रगढ़ जिला का कुल क्षेत्रफल 1939.6 वर्ग किलोमीटर हैं। सैनिक बोर्ड के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो 20 हजार 850 पूर्व सैनिक है। आर्मी के 20198, नेवी के 358 व एयरफोर्स के 294 से सेवानिवृत सैनिक है। हाल फिलहाल की बात करें तो जिला के करीब 11 हजार 576 जवान अलग-अलग सेना में ड्यूटी दे रहे है। इस तरह जिला में 32 हजार 426 सैनिक परिवार है। यहीं नहीं, इस देश की रक्षा करते हुए जिला के 187 जवानों ने शहादत दी हुई है। अवार्ड की बात करें तो दो विक्टोरिया क्रॉस अवार्ड, दो मिल्ट्री क्रॉस, एक अशोक चक्र, दो कीर्ति चक्र, 10 वीर चक्र, 12 शौर्य चक्र, 45 सेना मैडल व दो नौसेना मेडल से यहां के जवानों को सम्मान मिला है। जिला के नारनौल व महेंद्रगढ़ शहर में एक-एक ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक्स है। नारनौल, महेंद्रगढ़, कनीना व अटेली में सैनिक रेस्ट हाउस भी है। नारनौल शहर में जिला स्तरीय युद्ध स्मारक विश्रामगृह परिसर में साल-1995 में स्थापित किया गया था।

सैनिक स्कूल में प्रवेश व प्रशिक्षण

सीबीएससी बोर्ड आधारित सैनिक स्कूल छठीं से 12वीं कक्षा तक होते है। पहले साल 80 सीटों पर प्रवेश होता है। एंट्रेंस एग्जाम के जरिए ही प्रवेश मिलता है। इस बार कुछ बदलाव किया गया है। अब एडमिशन के लिए परीक्षा एनटीए यानि नेशनल टेस्ट एजेंसी लेगी। मेडिकल भी होगा। उसके बाद ही इस स्कूल में प्रवेश मिलता है। सैनिक स्कूल में विद्यार्थियों को सेना की तरह ही तैयार किया जाता है। अनुशासन में पढ़ाई, खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों में विद्यार्थी हिस्सा लेते हैं। हाल ही में 10 सीटें लड़कियों के लिए आरक्षित की गई है। अगर जिला में सैनिक स्कूल खुलता है तो लड़कियों को भी सेना में जाने का मौका मिलेगा।

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