गन्नौर : सेलरी न मिलने पर सफाई कर्मचारियों ने बंद किया कूड़ा उठाना

गन्नौर : सेलरी न मिलने पर सफाई कर्मचारियों ने बंद किया कूड़ा उठाना
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कर्मचारियों का कहना था कि नगरपालिका (Municipality) ने उनकी कंपनी की पेमेंट नहीं दी। जिस कारण उन्हें दो माह का वेतन भी नहीं मिला है। जिस कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कूड़ा न उठाने के कारण दिनभर लोग कंपनी के कर्मचारियों का इंतजार करते रहे।

हरिभूमि न्यूज : गन्नौर

शहर में डोर टू डोर जाकर घरों का कूड़ा उठाने वाली जेबीएम कंपनी की कई माह से नगरपालिका (Municipality) द्वारा पेमेंट न किए जाने के बाद कंपनी के कर्मचारियों ने शुक्रवार से कूड़ा उठाना बंद कर दिया है। जिस कारण शहर के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

वही कूड़ा उठाने का कार्य कर रहे कर्मचारियों का कहना था कि नगरपालिका ने उनकी कंपनी की पेमेंट नहीं दी। जिस कारण उन्हें दो माह का वेतन भी नहीं मिला है। जिस कारण उनके सामने रोजी- रोटी का संकट खड़ा हो गया है। कूड़ा न उठाने के कारण दिनभर लोग कंपनी के कर्मचारियों का इंतजार करते रहे। जब शुक्रवार दोपहर तक नहीं आए तो कुछ लोगों ने अपने घर का कूड़ा उठाकर नगरपालिका द्वारा बनाए गए कूड़ा उठाने के प्वाइंट के पास डाल दिया। जिस कारण कूड़े का ढेर लगे रहे। नगरपालिका की कार्यप्रणाली से शहर के लोगों में रोष है।

नगरपालिका में चार माह से अटकी पड़ी है कंपनी की पेमेंट : तीर्थ

कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव तीर्थ ने बताया कि कंपनी की चार माह की नगरपालिका से पेमेंट नहीं मिली है। कंपनी ने दो माह की तो अपने पास से कर्मचारियों को वेतन दे दिया था। अब दो माह का कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। जिस कारण कर्मचारियों ने काम करना बंद कर दिया है। काम कब तक बंद रखेंगे के जवाब में उन्होंने कहा कि ये तो कंपनी की मेनेजमेंट ही बता पाएगी। अगर उन्हें समाधान होता दिखाई देगा तो वे शुरू कर देंगे।

उन्हें पता ही नही की कंपनी के कर्मचारियों ने कूड़ा नही उठाया : सुनील

नगरपालिका के कार्यकारी चेयरमैन सुनील लम्बू ने बताया कि उन्हें तो पता ही नहीं कि कि जेबीएम कंपनी के कर्मचारियों ने शहर से कूड़ा नहीं उठाया। उनसे कंपनी के किसी भी कर्मचारी व अधिकारी ने न ही कोई बात की है। वे इस बारे में कुछ नहीं बता सकते।

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