करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज से आहत होकर संतोष दहिया ने जेजेपी से दिया इस्तीफा

हरिभूमि न्यूज. कुरुक्षेत्र
करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज से आहत जननायक जनता पार्टी की नेता संतोष दहिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। संतोष दहिया वर्ष 2019 में लाडवा विधानसभा से जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुकी है। संतोष दहिया जननायक जनता पार्टी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य और चार जिलों कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला की महिला प्रभारी भी रही हैं। इसके अलावा संतोष दहिया सर्व जातीय सर्व खाप महिला हरियाणा की अध्य्क्ष भी है।
अपने सेक्टर 9 स्थित आवास पर पत्रकारोें से बातचीत करते हुए संतोष दहिया ने बताया कि जजपा पार्टी से शुरू से ही जुड़ी हुई थी उन्हें उम्मीद थी कि किसानों का मुद्दा हल हो जाएगा लेकिन अभी तक हल नही हुआ। 9 महीने में 500 से ज्यादा किसान शहादत दे चुके है। अब जब शनिवार को करनाल में बस्ताडा टोल प्लाजा पर निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज किया गया, उन लोगों पर लाठियां बरसाई जा रही है जो देश का अन्नदाता है। किसान से ही देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। संतोष दहिया ने बताया कि इस दौरान एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें करनाल के एसडीएम पुलिसकर्मियों को आदेश देते दिख रहे हैं। वीडियो में एसडीएम पुलिसकर्मियों से कहते सुनाई दे रहे हैं कि मैं किसी भी हाल में किसानों को यहां नहीं देखना चाहता। अगर कोई अंदर आता है तो उसका सिर फूटा होना चाहिए।
संतोष दहिया ने बताया कि त्याग पत्र के बारे में उनकी अभी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत नही हुई है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान भावुक होते हुए संतोष दहिया ने कहा कि किसानों पर किए गए लाठीचार्ज से वे बहुत दुखी है। संतोष दहिया ने कहा कि जब पिपली में किसानों पर लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़े थे वे तभी से ही आहत थी लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि किसानों के मुद्दे का हल निकल जाएगा। उन्होंने बहुत इंतजार किया। इसके बाद किसी भी पार्टी का दामन थामने बारे जब संतोष दहिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे किसी भी पार्टी में शामिल नही होेंगी, वे सर्व जातीय सर्व खाप के बैनर तले समाजसेवा करती रहेंगी। संतोष दहिया ने कहा कि उन्हें दुष्यंत चौटाला से उम्मीद थी कि वे किसानों की मांगों का हल करवाएंगे और इसके लिए उन्होंने कोशिश भी की। इसलिए उनका मानना है कि जब भाजपा सरकार के साथ उनका गठबंधन है और वहां उनकी बात नही सुनी जा रही है तो ऐसे में दुष्यंत चौटाला को भी इस्तीफा दे देना चाहिए।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS