नहीं बनी सरपंच और सरकार में बातचीत, उग्र प्रदर्शन पर देर शाम पुलिस का लाठीचार्ज, 50 से ज्यादा घायल

पंचकूला : आखिरकार ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों और मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल के बीच वार्ता सिरे नहीं चढ़ी। वार्ता विफल होती देख सरपंचों ने उग्र प्रदर्शन किया, तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया। धक्का-मुक्की और लाठीचार्ज में 50 से ज्यादा सरपंच और पुलिस कर्मचारी घायल हो गए हैं।
यहां पर उल्लेखनीय है कि पंचकूला में प्रदर्शन करने आए सरपंचों को पंचकूला और चंडीगढ़ पुलिस ने चंडीगढ़ की सीमा पर रोक लिया था। बातचीत के लिए मुख्यमंत्री के ओएसडी और कुछ अन्य अधिकारी पहुंचे, लेकिन वार्ता सिरे नहीं चढ़ी। इस दौरान पुलिस और सरपंचों में झड़प और बहस की शुरुआत हो गई। जिसके बाद पुलिस ने सरपंचो पर लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस द्वारा पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर रोके जाने के बाद सरपंच धरने पर बैठ गए।
नाराज सरपंचों ने कहा है कि अब यह पक्का धरना तभी उठेगा, जब उनकी सभी मांगे मान ली जाएंगी। इसके बाद में हजारों की संख्या में जमा हुए सरपंचों को रोकने के लिए पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पुलिस ने हैवी बैरिकेडिंग कर दी है, पुलिस द्वारा लाठिया मारने से नाराज होने के बाद सरपंच धरने पर बैठ गए, जिसके बाद सरकार से वार्ता का दौर शुरू हुआ, लेकिन वार्ता के दौरान बात नही बन पाई, जिसके बाद एक बार फिर से पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया। इस दौरान लगभग 50 पुलिसकर्मियों और सरपंचों को गंभीर चोटें आयी।
पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। एक सरपंच को गंभीर चोट आयी, जिसे नवीन जयहिंद तुरन्त अस्पताल लेकर पहुंचे । ई-टेंडरिंग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सरपंचों और पंचायत मंत्री के बीच हुई बातचीत का कोई निष्कर्ष निकल कर नहीं आया था, जिसके बाद सभी सरपंचों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर लिया। मुख्यमंत्री के आवास घेराव की चेतावनी देने वाले प्रदर्शनकारी सरपंचों ने सरकार को दी चेतावनी दी थी कि यदि पुलिस ने रोकने की कोशिश की, तो वहीं पर सारे सरपंच धरने पर बैठ जाएंगे।
यहां पर बता दें कि सरकार का कोई जवाब नहीं आने के बाद अब सरपंच आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पंचकूला पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस दोनों ही अलर्ट पर हैं। बॉर्डर पर पर्याप्त पुलिस बल के साथ ही अग्निशमन वाहन और वज्र वाहन को तैनात कर दिया गया है। पुलिस के साथ ही खुफिया विभाग भी एक्टिव हो गया है और हर पल की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और हरियाणा सरकार को दी जा रही है।
सरपंच एसोसिएशन की ओर से रविंद्र काजल ने बताया कि लाठीचार्ज के दौरान 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। दरअसल, सरपंचों को पुलिस ने पंचकूला में ही बैरिकेड्स लगाकर रोका था, लेकिन इस दौरान सरपंचों ने पुलिस की कार्रवाई का जमकर विरोध किया। साथ ही, प्रदर्शन के दौरान सरपंचों ने पुलिस द्वारा लगाए बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश भी की। सरपंचों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने पहले हल्के बल का भी प्रयोग किया, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारी सरपंचों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। सरपंचों ने कड़ी चेतावनी दी है कि यदि उन्हें पुलिस द्वारा रोका जाता है, तो वहीं पर पक्का धरना लगाएंगे। जिसके बाद में सरपंचों ने लाठीचार्ज और पुलिस के दुर्व्यवहार से नाराज होकर पक्का धरना चलाने के लिए जिलों में कॉल कर दी है।
वहीं, ई-टेंडरिंग के मुद्दे पर सीएम मनोहर लाल ने भी बड़ा बयान दिया है। सीएम ने कहा है कि जो निर्णय पहले था, वही आगे भी रहेगा। हालांकि सीएम ने यह भी कहा है कि कोई दिक्कत होगी, तो समाधान के बारे में आगे सोचेंगे।
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