प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में घपला, 2333 किसानों को कृषि विभाग ने भेजा नोटिस

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा लागू की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में गलत तरीके से लाभ उठाने का घपला सामने आया हैं। जिसके कारण दो करोड़ 23 लाख रुपये की नकदी किसानों के खाते में चली गई। ऐसे किसानों को विभाग की तरफ से नोटिस भेजे जा रहे हैं। उनके खाते में डाली गई करोड़ों रुपये की राशि को वापस निकालने की कवायद में कृषि विभाग के अधिकारी जूटे हुए हैं। सोनीपत जिले में भी करीब 2 हजार 333 किसानों से रिकवरी की जाएगी। इनमें से कई किसानों ने नोटिस मिलने के बाद कृषि विभाग में रिकवरी रकम जमा करानी भी शुरू कर दी हैं।
बता दें कि किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की गई है। जिसके अंतगर्त किसान को हर साल तीन किश्तों में 6 हजार रुपए सीधे उसके बैंक खाते में दिए जाते हैं। सरकार एक किश्त में दो हजार रुपए किसान के पास भेजती है। हालांकि टैक्स पेयर या फिर 10 हजार से अधिक पैंशन प्राप्त करने वाले किसान योजना के पात्र नही हंै। परन्तु जिले में काफी संख्या में ऐसे किसानों को भी किश्ते जारी हो रही थी, जो किसान टैक्स पेयर या फिर 10 हजार से अधिक पैंशन प्राप्त कर रहे हैं। वैरिफिकेशन के दौरान ऐसे किसानों का रिकार्ड निकलकर सामने आया है। जिसके बाद उक्त किसानों से अब रिकवरी की जा रही है।
किसानों पर गलत जानकारी देकर लाभ लेने का आरोप, 11 हजार 300 किश्त खातों में डाली
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले में अपात्र किसानों के पास 11 हजार 300 किश्त पहुंची है। जिनके माध्यम से 2 करोड़ 26 लाख रुपए अपात्र किसानों के खातों में गया है। ऐसे में उक्त रकम की रिकवरी सरकार की तरफ से शुरू कर दी गई है। नोटिस मिलने के बाद किसानों ने रिकवरी देनी भी शुरू कर दी है। हालांकि कई किसान ऐसे भी है जिनकी किश्तें रुक गई है, जो टैक्स पेयर नही है, परन्तु रिटायरमेंट के दौरान या फिर किसी वक्त पर एक बार उनका टैक्स कटा है। ऐसे किसानों को अब कृषि विभाग व इनकम टैक्स कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। जाहरी गांव निवासी सतपाल सिंह ने बताया कि वह शूगर मिल से वर्ष 2019 में रिटायर हुआ था। इस दौरान उसका टैक्स कटा था, परन्तु रिटर्न भरने के बाद उसे वह पैसा वापस मिल गया था। सतपाल ने बताया कि उसकी पैंशन भी करीब 3 हजार रुपए है। करीब दो साल तक उसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभ भी प्राप्त हुआ है। परन्तु अब उसकी किश्ते रुक गई है। सतपाल ने कृषि विभाग के अधिकारियों से मांग की कि उसके कागजातों की जांच करके फिर से उसकी पैंशन शुरू करवाई जाएं। ताकि वह सरकार की सम्मान जनक योजना का लाभ उठा सके।
योजना का लाभ लेने के लिए सरकार द्वारा गाइड लाइन जारी की हैं। जिसके तहत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत टैक्स पेयर या फिर ऐसा किसान जिसकी किसी भी साधन से 10 हजार रुपए पैंशन है, वह पात्र नही हैं। कागजों की जांच की जा रही हैं। उसके बाद लाभार्थी किसानों की रूकी किस्तों को शुरू कर दिया जायेगा।- देवेन्द्र लांबा, एएसओ, सोनीपत कृषि विभाग।
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