बिजली निगम की ऑडिट रिपोर्ट में करोड़ों का घोटाला, कार्यकारी अभियंता और लाइनमैन गिरफ्तार

बिजली निगम की ऑडिट रिपोर्ट में करोड़ों का घोटाला, कार्यकारी अभियंता और लाइनमैन गिरफ्तार
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गत फरवरी में गांव कारद के सुरेश कुमार ने समालखा पुलिस को शिकायत दी थी कि बिजली निगम बिलासपुर के सरकारी बैंक खाते से उसके बैंक खाते में पैसे जमा हो रहे हैं।

हरिभूमि न्यूज : यमुनानगर

पानीपत पुलिस की अपराध अन्वेषण शाखा दो की टीम ने बिजली निगम की चार साल की ऑडिट रिपोर्ट में मिले करोड़ों रुपये के घोटाला मामले में बृहस्पतिवार को बिजली निगम यमुनानगर सर्कल के कार्यकारी अभियंता कुलवंत सिंह व छछरौली बिजली निगम में तैनात एलएम सोनू को गिरफ्तार किया है। टीम दोनों को गिरफ्तार कर अपने साथ पानीपत ले गई है। जानकारी के मुताबिक गत फरवरी में गांव कारद के सुरेश कुमार ने समालखा पुलिस को शिकायत दी थी कि बिजली निगम बिलासपुर के सरकारी बैंक खाते से उसके बैंक खाते में पैसे जमा हो रहे हैं। जिसके बाद समालखा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। मामले की जांच का जिम्मा पानीपत पुलिस की अपराध अन्वेषण शाखा को सौंपा गया था।

उस समय पुलिस ने जांच के दौरान बिलासपुर एक्सईएन नीरज को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद जगाधरी सब डिवीजन की जांच की गई तो उसमें यह घोटाला सामने आया। इसके बाद चार साल की ऑडिट रिपोर्ट में पता चला कि बिजली निगम के यमुनानगर सर्कल के सब अर्बन डिविजन जगाधरी में 1093 ऐसे लोगों के खातों में सरकारी पैसा भेजा गया है। जिनका विभाग से कोई संबंध नहीं था। इन 1093 लोगों के खातों में 49.28 करोड़ रुपये भेजे गए। चार साल के ऑडिट में खुलासा होने पर बृहस्पतिवार को कार्यकारी अभियंता कुलवंत सिंह व छछरौली बिजली निगम कार्यलय में तैनात लाइनमैन सोनू को पानीपत पुलिस की अपराध अन्वेषण शाखा दो ने गिरफ्तार कर लिया।

नियमानुसार होगी कार्रवाई

यमुनानगर बिजली निगम के एसई राजेंद्र कुमार ने बताया कि ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर जिन अधिकारियों व कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। उनके खिलाफ नियम अनुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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