बिजली चोरी पकड़ने गई टीम के SDO और ALM को बनाया बंधक, फोरमैन से मारपीट कर कपड़े फाड़े

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी
बिजली चोरीे की सूचना मिलने पर सोमवार को गांव टींट में पहुंची टीम को ग्रामीणों ने बधंक बनाकर कमरे में बंद कर दिया व टीम में शामिल फोरमैन के साथ मारपीट कर उसके कपड़े फाड़ दिए और मोबाइल छीन कर तोड़ दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची कुंड चौकी पुलिस ने बिजली निगम की टीम को ग्रामीणों से छुड़वाया। सोमवार को गोठड़ा पावर हाउस के एसडीओ आशीष मित्तल के नेतृत्व में फोरमैन हरिओम, एएलएम नवीन, मुकेश, मनीष व चालक अजीत गांव टींट की ढाणी में गिरधारी लाल के मकान पर बिजली चोरी की सूचना के बाद कार्रवाई के लिए पहुंचे।
टीम को पता चला था कि यहां ट्यूबवेल व मकान के बिजली कनेक्शन के जरिए बिजली चोरी की जा रही है। जब टीम मौके पर पहुंची तो वहां आटा चक्की सहित कई उपकरण बिजली चोरी के जरिए चलते मिले। जिसको लेकर टीम मकान में लगी बिजली का मीटर उतारने लगी तो वहां मौजूद ग्रामीणों ने एसडीओ आशीष मित्तल और एएलएम मनीष को कमरे में बंद करके बंधक बना लिया व बाकि टीम के साथ ग्रामीणों ने हाथापाई शुरू कर दी। हंगामा होते ही कर्मचारी भागने लगे व फोरमैन हरिओम एक व्यक्ति के घर में छिप गए। जहां पहुंचकर ग्रामीणों ने फोरमैन के साथ मारपीट कर उसके कपड़े फाड़ दिए। काफी देर हंगामे के बाद किसी ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कुंड चौकी पुलिस ने एसडीओ व टीम के बाकी कर्मचारियों को छुडवाकर पुलिस चौकी लेकर पहुंची। सूचना मिलने पर बिजली निगम के अन्य कर्मचारी भी चौकी पहुंच गए।
टीम पर पहले भी हो चुके है हमले
डीएचबीवीएन की ओर से चल रहे बिजली चोरी पकड़ने के अभियान को लेकर पहले भी कई जगह टीम पर हमले व मारपीट के मामले आ चुके है। पिछले महीने 18 सितम्बर को कोसली क्षेत्र के गांव नेहरुगढ़ में बिजली चोरी पकड़ने गए जेई व कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई वही 9 सितंबर को गांव फतेहपुरी दड़ौली में भी बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट हुई, अगस्त माह में गांव पाल्हावास में व जुलाई माह में शहर की परशुराम कॉलोनी में भी बिजली चोरी पकड़ने गई टीम पर हमला किया गया जिसको लेकर बिजली यूनियन कार्रवाई को लेकर धरना प्रदर्शन भी कर चुकी है।
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