एचसीएस में चयन पर रिश्ते से मुकरा परिवार : लड़की पक्ष का आरोप- एसडीएम बनने के बाद फार्च्यूनर गाड़ी व 50 लाख रुपये की डिमांड

हरिभूमि न्यूज, नारनौल। गुरुग्राम में रहने वाले एक परिवार से नारनौल की बेटी का रिश्ता हुआ। रिश्ता होने के बाद उस लड़के का एचसीएस में चयन हो गया और वह एसडीएम बन गया। इस बीच लड़की पक्ष का आरोप है कि शादी से पहले ही सलेक्शन होने की एवज का नाम लेकर 25 लाख की राशि ली और कहा कि शादी में एक रुपये दे देना। अब लड़का एसडीएम बन गया तो परिजन फार्च्यूनर गाड़ी व 50 लाख की डिमांड कर रहे है। ऐसे हालात में लड़की पक्ष ने रिश्ता छोड़ने की फैसला किया और दिए गए पैसे वापस मांगें तो आनाकानी की। अब पीड़ित पक्ष ने सिटी थाना में शिकायत देकर आईपीसी की धारा 420 का केस दर्ज करवाया है। एचसीएस से जुड़ा मामला होने के कारण सिटी पुलिस भी गंभीरता से मामले की जांच में जुट गई है।
मौहल्ला नई बस्ती मालीटिबा वासी मंजू देवी ने शिकायत में बताया है कि उनकी ननद के देवर का बेटा करणसिंह गुरुग्राम में रहता है। पुराने पारिवारिक संबंध होने के कारण ही करणसिंह बागोरिया से बड़ी बेटी का रिश्ता नवंबर 2020 में तय किया था। दोनों बच्चों को एक-दूसरे की फोटो दिखाई। बच्चों ने एक-दूसरे को पसंद किया। सात फरवरी 2021 को करण की माता गीता देवी, करण की मौसी माया ननद के प्रोग्राम में स्पेशल बेटी को देखने घर आई। उनके हाथ में 501 रुपये शगुन के रख कर चली गई। अगले दिन उनके घर पहुंचने पर लड़के के पिता अशोक कुमार ने फोन पर बताया कि गीता देवी आपके परिवार से बहुत खुश है। आपके भांजे की शादी में गुरुग्राम परिवार सहित आएगी, तब दोनों बच्चों को मिलवा देंगे। दोनों परिवारों का भी मिलना हो जाएगा और वहीं हम आगे की बात भी पूरी कर लेंगे। यह रिकॉर्डिंग है। शिकायत में बताया है कि 15 फरवरी 2021 को भांजे की शादी में परिवार सहित गुरुग्राम गए। रिसेप्शन वाले दिन लड़के के पिता अशोक कुमार ने करण व हमारी बेटी की आपस में मुलाकात व बात करवाई। बच्चों ने भी एक-दूसरे को पसंद पहले हर कर रखा था। हमने भी करण को वहीं आशीर्वाद देकर खड़ा रोक दिया। दोनों बच्चों के परिवार वाले सब खुश थे। इसके बाद अशोक कुमार अगले दिन अतिथि रूम में आए। शादी के सभी पहलू पर चर्चा की और कहा कि दोनों बच्चे पढ़ाई कर रहे है तो अभी हमें रूकना होगा। शादी तो होनी ही है दोनों परिवारों ने आपसी व बच्चों की सहमति से अभी विवाह न करने का फैसला किया। दोनों परिवारों ने फैसला किया कि जब तक दोनों में से किसी एक ही सरकारी जॉब नहीं लग जाती तब तक शादी के लिए थोड़ा रूक जाते है। दोनों बच्चों ने भी आपस में बात करके कल इसके लिए सहमति बना ली थी। सब कुछ अच्छे से चल रहा था। दोनों परिवार आपस में मिलते जुलते रहे दोनों बच्चे भी पूरी तरह से अपने अपनी पढ़ाई में व्यस्त थे।
अभी पैसा दे दों, बाद में शादी एक रुपये में कर लेंगे
शिकायत में बताया है कि जनवरी-2023 में एक दिन अशोक कुमार व करण का फोन आया कि हमें पैसों की जरूरत है। करण को स्टैंड करना है और फिर जल्द ही बच्चों की शादी भी करनी है। करण रोते-रोते हुए बोला कि जो पैसा आपको शादी में दहेज देना है, वह अभी कर दें। दोनों बच्चों के भविष्य का सवाल है। बाद में शादी एक रुपये में कर लेंगे। पैसे की जरूरत तो अभी है, यह कहकर रोने लगे। शिकायतकर्ता ने बताया कि बेटी व दामाद के भविष्य को देखते हुए दोस्तों व रिश्तेदारों से मदद मांगी। आभूषण को बेचकर इंतजाम कर जैसे-तैसे सिर्फ 25 लाख का इंतजाम कर पाए तो करण व उसके पिता अशोक कुमार को दो-तीन किश्तों में दिए।
फार्च्यूनर गाड़ी का सपना, 50 लाख की भी डिमांड
कुछ समय बाद आरोपित करण का चयन एचसीएस में हो गया। इसके कुछ समय पश्चात आरोपित अशोक कुमार के घर गए। उन्होंने अच्छे से आवाभगत की। अच्छे से बातचीत की। इसी बीच जब उन्होंने लड़के की मां गीता से बच्चों की शादी के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि अभी करण का मेडिकल हो जाने दो। फिर दोनों परिवार के लोग बैठकर शादी के विषय में बात कर लेंगे, तभी करण बीच में बोला अभी हाल फिलहाल सिलेक्शन में हमारे लाखों रुपये खर्च हो गए है, जिसके लिए हमें और पैसों की जरूरत है और फार्च्यूनर गाड़ी सपना है। आप 50 लाख और गाड़ी कर दीजिए। अब तो वह एसडीएम है। आपका भी रूतबा बनेगा। इतना तो आप कर सकते है। करण ने कहा कि हमारे पास में रिश्तों की वैसे भी कोई कमी नहीं है, यह सब सुनने के बाद अशोक व गीता को समझाना चाहा, हमारे पास में और पैसे ही नहीं है। यह सुनने के बाद भी वह भी अपने ही बेटे की हां में हां मिलाते रहे। आरोप है कि करण ने कहा कि 80 लाख का टीका तो फूफा ही दिलवा रहे है। शिकायतकर्ता ने कहा कि जो कुछ था, हम पहले ही दे चुके है अब हमारे पास में और कुछ नहीं है। जब यह बात करण के जीजा को फोन करके बताई कि करण ने हमने दहेज की राशि 25 लाख पहले ही ले ली तो जवाब मिला कि ठीक है। आप बेटी को बुला लीजिए दिल्ली करण की और बेटी की कोर्ट मैरिज ही करवा देंगे, पर करण सिंह ने शादी से बिल्कुल इनकार कर दिया। इसके बाद करण के जीजा हमें डराने धमकाने लगे कि वह दिल्ली पुलिस में है। झूठे केस में फंसा देगा। शिकायतकर्ता ने शिकायत में बताया कि यह मामला समझ हमने भी रिश्ता नहीं रखने का मन बनाया और अपने पैसे वापिस मांगे तो उन्होंने देने से मना कर दिया।
यह भी आरोप : एचपीएससी मेंबर पारिवारिक मित्र
रिश्तेदारों से भी बात करनी शुरू की और लड़के के फूफा का पता ढुंढकर हमने उनसे नकली ग्राहक बनकर मिलने गए। सभी बातों से अवगत करवाया और बताया कि एचपीएससी मेंबर उनके पारिवारिक मित्र है। जिसके माध्यम से वो एचपीएससी में सिलेक्शन करवाते है जोकि करण द्वारा भी हमें पहले बताया गया था। हम ग्राहक बनकर उनके पास पहुंचे और उनसे बाचतीत की तो उन्होंने कहा कि वह पैसे लेकर उनका भी सिलेकन एसडीएम पद पर करवा देंगे। करणसिंह बागोरिया के एसडीएम पद की पूरी प्रक्रिया भी हमें बताई। शिकायतकर्ता का कहना है कि आरोपितों ने आपस में मिलकर षडयंत्र करके 25 लाख के लिए रिश्ता रखने में बाद में ठगी व छल्ल कपट किया है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS