बेरोजगारी के आंकड़े गिनाकर सैलजा का हमला, हरियाणा में युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही गठबंधन सरकार

बेरोजगारी के आंकड़े गिनाकर सैलजा का हमला, हरियाणा में युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही गठबंधन सरकार
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हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार न तो सरकारी भर्तियों को ही सिरे चढ़ा पा रही है और न ही वादे के मुताबिक निजी क्षेत्र में प्रदेश के युवाओं को आरक्षण देने के कानून को लागू कर पा रही है।

चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ( Kumari Selja ) ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार प्रदेश के सुशिक्षित व भोले-भाले युवाओं का भविष्य चौपट करने पर तुली हुई है। यह सरकार न तो सरकारी भर्तियों को ही सिरे चढ़ा पा रही है और न ही वादे के मुताबिक निजी क्षेत्र में प्रदेश के युवाओं को आरक्षण देने के कानून को लागू कर पा रही है। इसी वजह से सेंटर फाॅर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ( सीएमआईई ) की रिपोर्ट में देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हरियाणा बेरोजगारी के मामले में लगातार टॉप पर बना हुआ है।

सैलजा ने कहा कि सीएमआईई की ताजा रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा में बेरोजगारी की दर अन्य राज्यों के मुकाबले सर्वाधिक 34.1 प्रतिशत मिली है। इससे पहले साल 2020 के समापन पर भी हरियाणा में बेरोजगारी की दर देश में सबसे अधिक 32.5 प्रतिशत रही थी। इससे साफ है कि हरियाणा बेरोजगारी के मामले में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की गलत नीतियों के वजह से युवाओं को रोजगार नहीं मिला है। लगातार दो साल देश में बेरोजगारी के नंबर वन का स्थान हासिल करने के बाद भी प्रदेश सरकार कोई सबक लेने को तैयार नहीं है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर 30.6 प्रतिशत रही है, जबकि शहरी क्षेत्रों में 39.1 प्रतिशत है। आज लोगों के रोजगार जा रहे हैं और नए अवसर सृजित नहीं हो पा रहे हैं। यही वजह है कि बेरोजगारी के मामले में साल 2021 के 12 महीनों में से 8 में हरियाणा टॉप स्थान पर रहा है।

सैलजा ने कहा कि साल 2021 में प्रदेश में सरकारी भर्ती करने वाले एचपीएससी व एचएसएससी ने 12 भर्तियां निकाली, जिनमें से सिर्फ सब इंस्पेक्टर की एक भर्ती ही मुकम्मल हुई। बाकी भर्तियां भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। ये आज भी पेपर लीक व भर्ती घोटालों की वजह से लंबित पड़ी हैं। इससे साफ है कि भाजपा-जजपा सरकार की युवाओं को रोजगार देने की मंशा ही नहीं है। सैलजा ने कहा कि इससे पहले आरबीआई की रिपोर्ट भी प्रदेश के लोगों की प्रति व्यक्ति आय घटने का खुलासा कर चुकी है। इससे पहले विधानसभा के मानसून सत्र में सीएमआईई की रिपोर्ट को झूठा साबित करने के लिए प्रदेश सरकार ने झुूठे आंकड़े पेश किए थे। दुष्यंत चौटाला ने सीएमआईई की रिपोर्ट को झूठा साबित करने के लिए फर्जी तरीके से तैयार किए गए आंकड़े पेश कर समूचे विपक्ष व प्रदेश के लोगों को गुमराह करने का काम किया।

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