UPSC Success Story : मुंबई के एक सेमिनार ने बदली पुलकित की जिंदगी, नौकरी करते-करते यूपीएससी क्रेक किया, सोचा नहीं था पास हो जाऊंगा

हरिभूिम न्यूज : रोहतक
सेक्टर-3 में रहने वाले पुलकित बल्हारा ने पहली कोशिश में ही यूपीएससी की परीक्षा में 65 वां रैंक हासिल कर धाक जमा दी है। पुलकित बल्हारा के घर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। पुलकित जैगुआर कंपनी में इंजीनियर की जॉब करते हैं और उन्होंने सोचा भी नहीं था कि वे एक ही झटके में यह परीख पास कर लेंगे। पुलकित ने बताया कि मुंबई में एक सेमिनार में हिस्सा लिया था, वहां आईएएस की कार्य प्रणाली और उनके काम करने के तरीके, रहने-सहने और मैनेजमेंट के गुर बताए गए। इसके बाद से मैंने आत्मनिरीक्षण किया। समझ में आया कि इस क्षेत्र में मैं फिट हूं। तभी से टारगेट बना लिया। इंटरनेट पर सबकुछ जानकारी उपलब्ध है, वहीं से तैयारी की। फिजिक्स ऑपशनल सब्जेक्ट था तो उसकी कोचिंग ली। फिर परीक्षा दे डाली। पुलकित का कहना है कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस परीक्षा में पास हो जाऊंगा। मन में ये था कि पास नहीं हुआ तो अगली बार फिर परीक्षा दूंगा। पुलकित ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और स्कूल के टीचर्स को दिया है। पुलकित ने पठानिया स्कूल से पढ़ाई की है। पुलकित का कहना है कि माता-पिता और टीचर्स ने उन पर कभी भी पढ़ाई के लिए दबाव नहीं दिया।
माता-पिता दोनों टीचर
पुलकित के घर हमेशा पढ़ाई का महौल रहा है। माता संतोष ब्लहारा गद्दी खेडी स्कूल में मैथ शिक्षिका हैं। पिता जसवंत बल्हारा फिजिक्स का ट्यूशन देते हैं। पुलकित ने बताया कि माता-पिता ने शुरू से ही यह समझाया कि किसी भी समस्या का समाधान शॉर्ट कट नहीं बल्कि तार्किक स्तर से करना चाहिए।
एक नहीं, पूरा परिवार करता है तैयारी
पुलकित बल्हारा से तैयारी के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि यूपीएससी जैसरी परीक्षा की तैयारी केवल कैंडिडेट ही नहीं करता, बल्कि पूरे परिवार को तैयारी करनी होती है। दोस्तों को तैयारी करनी होती है। ये एक टीम वर्क है और जो इसे समझ गया वह टीम जीत जाएगी।
रोमांचक है परीक्षा
पुलकित ने बताया कि मैंने नौकरी करते-करते परीक्षा की तैयारी की। इंटरनेट का बड़ा सहारा रहा। लेकिन एक बात कहना चाहूंगा यूपीएससी की परीक्षा रोमांचक है। इसमें कब कोई बाहर हो जाए पता नहीं। मैं यही कहना चाहूंगा कि प्रतियोमी परीक्षाओं की तैयारी करें तो इसके लिए मेहनत और एकाग्रता जरूरी है। दोनों चीज मिल गई तो सफलता को कोई नहीं रोक सकता।
कड़ी मेहनत जरूरी
उनकी अचिवमेंट पर कोचिंग सेंटर में भी जश्न मनाया गया। कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर प्रो. गगन चौधरी ने कहा कि कुछ बातें हमारे जीवन को बदल सकती हैं। बस उन्हें मन में घर कर जाने के बाद मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन, कड़ी मेहनत के साथ साथ अच्छे वातावरण की आवश्यकता होती है।
मुकाम हािसल करना है तो जड़ मजबूत होनी चाहिए
पुलकित बल्हारा ने बताया कि अगर जिंदगी में कोई मुकाम हासिल करना है तो उसके लिए शुरू से ही जड़ मजबूत होनी चाहिए। यानी बच्चों के माता-पिता को शुरुआत से ही वह माहौल बच्चे को देना होगा जो बच्चा खुद को बनाना चाहता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS