सोनीपत में सनसनीखेज मामला : न्याय ना मिला तो युवक ने जहर खाकर दी जान, सुसाइड नोट छोड़ा, वीडियो भी वायरल किया

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
शहर थाना क्षेत्र में तहसीलदार कोर्ट के बाहर गांव शहजादपुर के युवक ने जमीन के विवाद में जहर खा लिया। युवक की हालत बिगड़ी तो उसे नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसे खानपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पहले युवक के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश करने व उसकी मौत होने के बाद आठ लोगों के खिलाफ आत्महत्या को विवश करने का मुकदमा दर्ज किया है। युवक के पास से सुसाइड नोट मिलने के साथ ही उसकी जहर खाने के बाद की वीडियो भी वायरल हो रही है। पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी हैं। मृतक के भाई ने तहसीलदार पर भी मामले में संलिप्त होने का आरोप लगाया हैं।
गांव शहजादपुर के सुनील ने ऋषि नगर के रहने वाले इंद्रपाल पर उनकी जमीन के रिकॉर्ड में फजीर्वाड़ा कर उनकी जमीन पर चार लाख से अधिक का ऋण लेने का आरोप लगाया था। उसने बताया था कि जिस जमीन पर उन्होंने कई साल पहले लोन लिया था, उसकी जमीन पर इंद्रपाल ने लोन लिया। जिसका पता लगने पर वह लंबे समय ये तहसील व पटवारखाने के चक्कर काट रहा है। उसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। सुनील ने आरोप लगाया था कि उनका पहले से लोन होने के बावजूद उसकी जमीन पर दूसरे बैंक से लोन ले लिया गया। पटवारी रजिस्ट्ररों में छेड़खानी की गई है। वह सीएम विंडो से लेकर परिवाद एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में शिकायत कर चुका है।
उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर सुनील ने सोमवार को कोर्ट परिसर में आकर जहर निगल लिया। उसके भाई ने उसे गंभीर हालत में सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे खानपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर दिया। वहां पर युवक की मंगलवार को मौत हो गई। पुलिस ने मामले में पहले सुनील के खिलाफ आत्महत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया। उसकी मौत के बाद मामले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ आत्महत्या को विवश का मुकदमा दर्ज किया है। मामले में पुलिस ने ऋषि नगर के इंद्रपाल, उसके बेटे विनोद, उनके रिश्तेदार विजय, प्रवीन और गांव शहजादपुर के वेदप्रकाश, हरिओम, अनिल व संजय को नामजद किया है। पुलिस ने खानपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुनील के शव का पोस्टमार्टम कराया।
कष्ट निवारण बैठक व सूबे के मुखिया को लगा चुका हैं न्याय की गुहार
सुनील के भाई अमित ने पुलिस को बताया कि उसका भाई परिवाद एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से लेकर सीएम विंडो तक गुहा लगा चुका था। उसके भाई ने सीएम के पास ट्वीट तक किया था। परिवहन मंत्री ने जांच कराने के लिए कमेटी बनाने के आदेश दिए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से उसका भाई हताश था। उसने मामले में प्रशासनिक अमले की भूमिका की भी जांच की मांग की है। उसने बताया कि सुनवाई नहीं होने पर उसके भाई ने जहर खा लिया।
मां मुझे माफ करना, सुसाइड नोट में लिखा, दो पेज का मिला नोट
युवक के पास से मिले दो पेज के सुसाइड नोट में उसने दूसरे पेज पर लिखा है कि मां मुझे माफ कर देना। मैं आपसे दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करता हूं। मैं आप लोगों को छोड़कर जा रहा हूं। हिम्मत मत हारना, तेरा बेटा अपने हक की लड़ाई लड़ते-लड़ते मर गया, लेकिन इनके साथ राजीनामा नहीं किया। आज नहीं तो कल हमारी जमीन मिल जाएगी, आप सभी खुश रहना। आप सब से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। आप लोगों को कैसे बताता कि रिश्वत व सिफारिश के सामने सच और न्याय की बातें कोई महत्व नहीं रखती। बात न्याय और सच्चाई की हो तो मरना ही पड़ता है। इंसाफ और हक की लड़ाई में हर दिन आखिरी होता है। मेरी मौत के जिम्मेदार आठ लोगों पर जरूर कार्रवाई कराना। इन्होंने तहसील का रिकॉर्ड ही नहीं मेरी जिंदगी को मौत में बदल दिया। उसने सरकार और कानून से इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ताकि किसी अन्य को न मरना पड़े।
सुसाइड नोट के साथ ही वीडियो बनाकर वायरल किया
पुलिस ने सुनील की जेब से सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें उसने आठ लोगों पर आरोप लगाए है। जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। वहीं उसने जहर खाने के बाद अस्पताल में उपचार के दौरान का अपना वीडियो बनाकर भी वायरल किया है। जिसमें वह इंद्रपाल व अन्य पर आरोप लगा रहा है। उसके बाद उसकी मौत हो गई।
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