चरखी दादरी में बिगड़ रही लिंगानुपात की स्थिति

चरखी दादरी में बिगड़ रही लिंगानुपात की स्थिति
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नगराधीश सुरेश कुमार (Suresh Kumar) तथा स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अंकुर को परियोजना निदेशक ने कहा कि दादरी में कन्या भ्रूणहत्या रोकने के लिए इस साल कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

हरिभूमि न्यूज:चरखी दादरी। कन्या भ्रूणहत्या रोकने के लिए जिला प्रशासन को गंभीरता से कार्य करना होगा। दादरी (Dadri) में लिंगानुपात की स्थिति बिगड़ती जा रही है। बेटियों की रक्षा करना हर नागरिक का राष्ट्रीय एवं सामाजिक कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री सुशासन कार्यक्रम के परियोजना निदेशक एवं प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राकेश गुप्ता (Dr. Rakesh Gupta) ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस में ये निर्देश जारी किए। नगराधीश सुरेश कुमार तथा स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अंकुर को परियोजना निदेशक ने कहा कि दादरी में कन्या भ्रूणहत्या रोकने के लिए इस साल कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि जो लोग इस क्षेत्र में अवैध रूप से लिंग जांच और गर्भ में ही बेटियों को मारने का घिनौना कृत्य कर रहे हैं, उनको पकड़ कर कड़ी सजा दिलवाई जाए। हर महीने दो-तीन रेड होनी चाहिए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आदेश है कि हर जिले में लिंगानुपात कम से कम 950 होना चाहिए, जब कि दादरी में यह 885 ही है।

मामले लंबित

वीडियो कांफेंसिंग में डॉ. राकेश गुप्ता ने निर्देश दिए कि सीएम विंडो दादरी जिले में 19 प्रतिशत लंबित पड़ी हुई हैं, इनका शीघ्र जवाब (answer) भिजवाया जाए। उन्होंंने कहा कि गांव मालपोस में पंचायती कार्यों में गबन के एक मामले में 24 लाख से अधिक राशि की रिकवरी की जानी है।

इस मामले में बीडीपीओ से रिकार्ड लेकर शीघ्र आगे की कार्रवाई की जाए। बौंद थाना पुलिस गबन के केस की एफआईआर भी दर्ज कर चुकी है। परियोजना निदेशक ने कहा कि राइट टू सर्विस में दादरी का ग्राफ और अधिक ऊपर होना चाहिए। इस समय आरटीएस में दादरी ने 6.5 अंक अर्जित किए हैं, जो कि 9 तक जाए तो बेहतर होगा। अंत्योदय सरल केंद्रों की डिजीटल सर्विस में सराहनीय कार्य के लिए सभी जिलों को बधाई दी।



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