कोख के कातिलों की गर्दन नापने की तैयारी, संदेह के घेरे में अल्ट्रासांउड केंद्र संचालक

कोख के कातिलों की गर्दन नापने की तैयारी, संदेह के घेरे में अल्ट्रासांउड केंद्र संचालक
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जागरूकता के लिए डीसी अशोक कुमार गर्ग ने '...अब बस' थीम के साथ मुहिम शुरू की हुई है, जिसके तहत कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए समाज में जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है।

हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी। बढ़ते लैंगिक असमानता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटती नजर आने लगी है। प्रदेश में जिले की स्थिति दयनीय होने के बाद विभाग की ओर से कन्य भू्रण हत्या की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया गया है। जागरूकता के लिए डीसी अशोक कुमार गर्ग ने '...अब बस' थीम के साथ मुहिम शुरू की हुई है, जिसके तहत कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए समाज में जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है। बढ़ते लिंग विषमतानुपात के पीछे कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों की भूमिका संदेह के घेरे में है।

जिले में प्रति हजार लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या 833 का आंकड़ा आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े हो चुके हैं। साक्षरता दर में प्रदेश में अग्रणी स्थान पर रहने वाले इस जिले में लिंग विषमतानुपात का बढ़ना चिंता का विषय बन चुका है। जिले का पदभार संभालने के बाद गत वर्ष ही डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कन्या भू्रण हत्या रोकने के लिए समाज के लोगों को जागरूक करने की मुहिम प्रशासनिक स्तर पर शुरू कराई थी। लोक संपर्क विभाग की टीम भी कन्या भू्रण हत्या रोकने के लिए लगातार प्रचार करने में जुटी हुई है। प्रदेश सरकार की ओर से गर्भ में भू्रण लिंग की जांच करने वाले लोगों के बारे में सूचना देने वालों को 1 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की हुई है।

पीएनडीटी कमेटी भी निष्क्रिय

अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर गर्भ में भू्रण लिंग की जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर शिकंजा कसने के लिए बनाई गई पीएनडीटी कमेटी भी अपने काम को सही ढंग से अंजाम देती नजर नहीं आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी से अभी भी गर्भ में भू्रण लिंग की जांच का बड़ा खेल चल रहा है। इसमें गांवों में प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे डॉक्टरों के कारण ही अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालक इस कलंकित कार्य को अंजाम दे रहे हैं।

तेजी से की जाएगी रेड

स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर शिकंजा कसने के लिए रेड करने की कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी। सीएमओ की ओर से इसके लिए विशेष टीमों का गठन करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह गर्भवती महिलाओं का डाटा अपडेट रखते हुए समय-समय पर उनके बारे में जानकारी हासिल करें। साथ ही फील्ड वर्करों को हिदायत दी गई है कि वह उच्चाधिकारियों के साथ भू्रण में लिंग जांच की सूचना सांझा करें।

छापामार कार्रवाई में लाई जाएगी तेजी

गिरता कन्या लिंगानुपात समूचे जिले के लोगों के लिए चिंता का विषय का है। अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर लंबे समय से रेड नहीं की जा रही। अब विभाग की ओर से रेड करने की कार्रवाई में तेजी लाई जाएगी। इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया जाएगा। - डा. जयभगवान जाटान, सीएमओ।

'बेटा-बेटी एक समान' की सोच पूरी तरह सार्थक होने के बाद ही कन्या भू्रण हत्या जैसे कलंक को मिटाया जा सकता है। आम लोगों को जागरूक करने के लिए सामाजिक संस्थाओं को भी बड़ी भूमिका निभानी होगी। प्रशासन की ओर से इस दिशा में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। - अशोक कुमार गर्ग, डीसी।

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