Holi 2023 : होली पर श्री राधा रानी मंदिर व ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर में भगवान का शृंगार रोहतक की पोशाक से होगा

पंकज भाटिया. रोहतक। इस बार होली पर श्री राधा रानी मंदिर, वृंदावन के ठाकुर श्री बांके बिहारी व श्री राधा रमन मंदिर में श्री कृष्ण व राधा रानी को पहनाई जाने वाली पोशाक रोहतक में तैयार हो रही है। इन पोशाकों को आकाश सिंधवानी बना रहे हैं। हालांकि ये कोई पहला अवसर नहीं है जब आकाश की बनाई गई पोशाक बरसाना या वृंदावन के मंदिरों में स्थापित भगवान को पहनाई जा रही हों, लेकिन इस बार इन मंदिरों में श्री कृष्ण व राधा रानी को पोशाक सेवा स्वरूप भेजने का सौभाग्य पहली बार प्राप्त हुआ है। इसके अलावा भारत से बाहर साउथ अफ्रीका के एक भक्त ने श्री राधा रमन जू की पोशाक बनवाई है, जिसे जल्द ही राधा रमन जी के मंदिर भिजवा दिया जाएगा। आकाश इस व्यवसाय में होटल मैनेजमेंट छोड़कर आए हैं।
आकाश बताते हैं कि उन्होंने ये व्यवसाय वर्ष 2018 में शुरू किया था। वर्ष 2019 में जब लॉक डाउन हुआ तब भी घर पर पोशाक बनवा कर वह अपने ग्राहकों को भेजते रहे। आकाश कहते हैं कि जब तक वह इस व्यवसाय में नहीं आए थे, तब वह बरसाना व वृंदावन में डिजाइनर पोशाक सेवा स्वरूप वहां के मंदिरों में भेजते थे। इन पोशाकों को जयपुर सिल्क से बनाया जाता है। पोशाकें इस्कॉन मंदिर में भी जाती हैं।
विदेशों में भी भारी डिमांड
आकाश बताते हैं कि उनकी बनाई पोशाक अमेरिका, कनाडा, साउथ, अफ्रीका, दुबई सहित अन्य देशों में भी जाती हैं। इतना ही नहीं माता वैष्णों देवी मंदिर में भी पोशाक बनाकर भेज चुके हैं। शिरड़ी साईं बाबा मंदिर में भी जा चुकी है। यह व्यवसाय उनकी माता ने शुरू किया था, लेकिन उनके देहांत के बाद उसे आकाश संभाल रहे हैं।
त्योहारों में जाती हैं पोशाकें
आकाश ने बताया कि वृंदावन में मनाए जाने वाले त्योहारों में वहां के मंदिरों में उनके द्वारा बनाई गई पोशाकें जाती हैं। इन त्योहारों में राधाष्टमी, जन्माष्टमी, हरियाली तीज, होली सहित अन्य त्योहार शामिल हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, सूरत, ओड़ीसा, कोलकाता, पंजाब, हरियाणा में भी लोग राधा रानी और श्री कृष्ण को पहनाने वाली पोशाकें मंगवाते हैं।
सोशल मीडिया पर मिल रहे ऑर्डर
आकाश बताते हैं कि वर्ष 2018 में उन्होंने जब यह व्यवसाय शुरू किया था तब रोहतक में ही पोशाकें लोग लेकर जाते थे। इसके बाद उन्होंने पोशाकों को सोशल साइट्स पर डालना शुरू किया। यहां से देखकर भारत सहित विदेश में भी उनकी कारीगरी को पसंद किया जाने लगा। इसके बाद ऑनलाइन ही लोग उन्हें पोशाक बनाने का आर्डर देते, जिसे कोरियर के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS