सिंघु बार्डर हत्याकांड : केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ निहंग बाबा के फोटो वायरल, SKM बोला- और गहरा हुआ हमारा शक

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
सिंघु बॉर्डर पर ग्रंथ की बेअदबी के आरोप में पंजाब के दलित व्यक्ति लखबीर की नृशंस हत्या मामले में अब एक नया विवाद जुड़ गया है। निहंगों के जिस समूह पर हत्या का आरोप है, उसी ग्रुप के एक बाबा की केंद्रीय कृषि मंत्री और अन्य भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन फोटो को लेकर सोशल मीडिया पर जहां बवाल मचा हुआ है, वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने भी इन फोटो के बाद साजिश की बात पर शक गहरा होने की बात कही है।
एसकेएम नेताओं का कहना है कि उन्होंने पहले ही साजिश की बात कही थी, अब फोटो वायरल हुई हैं, जिससे शक और गहरा हो गया है। दूसरी ओर जिस निहंग बाबा अमनदीप सिंह की फोटो वायरल हो रही हैं, उसने सफाई देने के समय मांगा है। बाबा का कहना है कि वे धर्म व किसानों के सिलसिले में कई बार राष्ट्रपति, राज्यपाल, गृहमंत्री या कृषि मंत्री से मिलते रहते हैं, लेकिन इस समय जो फोटो वायरल हो रहे हैं, वे किस समय के हैं, इस पर वे बाद में ही बोलेंगे। अमनदीप सिंह का कहना है कि वे इस मामले में पत्रकारवार्ता कर सब कुछ स्पष्ट कर देंगे।
21 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई
बता दें कि 15 अक्टूबर की रात को सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के दलित व्यक्ति लखबीर पर बेअदबी का आरोप लगाते हुए उसकी बर्बरता से हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले व्यक्ति का हाथ काट कर उसे बैरिकेट पर उलटा लटका दिया गया था। जिसके बाद अधिक खून बहने के कारण तड़प-तड़प कर व्यक्ति की जान चली गई थी। इस मामले में एक-एक करे चार निहंगों ने आत्मसमर्पण भी कर दिया था, जिन्हें पुलिस ने अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया था। सभी सरेंडर करने वाले निहंग फिलहाल रिमांड पर चल रहे हैं। वहीं 21 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई है। एसकेएम ने मोर्चा की सिंघू बॉर्डर पर बैठक बुलाई है। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जाएंगे, क्योंकि 26 अक्टूबर को किसान आंदोलन को दिल्ली की सीमाओं पर 11 माह हो रहे हैं। इसी को लेकर बैठक में बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
मामले की पर्याप्त जांच की जरूरत : कुहाड़
संयुक्त किसान मोर्चा ने फोटो वायरल होने के प्रक्ररण में मोर्चा के सदस्य अभिमन्यु कुहाड़ ने कहा कि उन्होंने पहले ही आशंका जताई थी कि बेअदबी के मामले में साजिश का शक है, लेकिन अब शक सूई गहरी हो गई है। इस मामले में पर्याप्त जांच की जरूरत है। सरकार को स्वतंत्र एजैंसियों से जांच करवानी चाहिए, ताकि पूरा मामला साफ हो जाए। उनका कहना है कि एक तरफ तो सरकार के पास किसानों के साथ वार्ता का समय नहीं है और दूसरी तरफ इस तरह के फोटो वायरल हो रहे हैं, जो स्वयं ही बहुत कुछ कहते हैं।
ध्यान हटाने की साजिश है : एसकेएम
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, डा. दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी आदि ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री और कृषि राज्य मंत्री द्वारा निहंग सिख समूह के नेता से जुलाई 2021 में मुलाकात की गई थी। यह निहंग सिख नेता उसी समूह से है जो 15 अक्टूबर को सिंघू मोर्चा पर क्रूर यातना और हत्या में शामिल था। संयुक्त किसान मोर्चा एक बार फिर दोहराता है कि सिंघु मोर्चा हत्याकांड, भाजपा और उसकी सरकारों द्वारा महसूस किए जा रहे लखीमपुर खीरी नरसंहार के दबाव से ध्यान भटकाने की साजिश में डूबी हुई प्रतीत होती है। इसकी तत्काल और गहराई से जांच की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म और आस्था की बेअदबी अस्वीकार्य है, और इसकी निंदा की जानी चाहिए
निहंग मामले में उन्होंने कहा कि इस घटना में बड़ी साजिश की बात सामने आ रही है। मृतक युवक की बहन का बयान आया था कि वह नशा करता था और कभी भी अपने गांव के पड़ोसी कस्बे में भी नहीं गया, लेकिन वह अचानक सिंघु बार्डर पर कैसे पहुंच गया। उससे पहले वह किसी से बात कर रहा था और अपनी बहन से कहा था कि उसके अब किसी बड़े आदमी के साथ संबंध हो गए हैं। इस घटना के पीछे कोई बड़ी साजिश है। इस साजिश में लखबीर सिंह बलि का बकरा बन गया। पूरे मामले को किसी सीरियस एजेंसी को सौंपना चाहिए।
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