Singhu Border Murder : लखबीर सिंह की हत्या किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश, सुप्रीम कोर्ट के जज करें जांच, SKM ने की मांग

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत
संयुक्त किसान मोर्चा की विशेष बैठक गुरुवार को सिंघु बॉर्डर पर हुई जिसमें 32 जत्थेबंदियों ने हिस्सा लिया। बैठक में प्रमुख मुद्दा निहंग और 15 अक्टूबर को हुई लखबीर सिंह की नृशंस हत्या रहा। बैठक के दौरान मोर्चा ने कहा कि पहले भी इस हत्या को साजिश बताया गया था और मोर्चा अभी भी इसी बात पर अड़ा हुआ है। मोर्चा ने 15 अक्टूबर को हुई हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश से जांच की मांग उठाई है। मोर्चा का कहना है कि हत्या का आरोप जिस निहंग समूह पर है, उनमें से एक की फोटो केंद्रीय मंत्रियों के साथ वायरल हुई है। जिसकी वजह से इस पूरे मामले की जांच बेहद जरूरी है। इसीलिए वे सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश से जांच की मांग करते हैं साथ में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर व कैलाश चौधरी से इस्तीफे की मांग भी करते हैं।
मोर्चा के नेताओं ने कहा कि यह पूरी घटना एक साजिश थी, जिसके तहत किसान आंदोलन को न केवल बदनाम किया जाना था बल्कि आंदोलन को फेल भी किया जाना था, लेकिन धीरे-धीरे पूरी साजिश का खुलासा हो रहा है। निहंग बाबा अमन सिंह की फोटो केंद्रीय मंत्री तोमर व कैलाश चौधरी के साथ वायरल हुई है, जिससे साफ है कि निहंगों का एक समूह केंद्रीय नेताओं के संपर्क में था और साजिशें रची जा रही थी। एसकेएम ने कहा कि इस आंदोलन से निहंगों से कोई लेना-देना नहीं है। उनका आंदोलन किसान आंदोलन है, न कि धार्मिक आंदोलन। ऐसे में आंदोलन के बारे में फैलाया जा रहा भ्रम बर्दाश्त नहीं होगा। एसकेएम ने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के मामले के मुख्य आरोपी आशीष टेनी मिश्रा के पिता और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा न लिए जाने के विरोध में भी अहम निर्णय लिया है। किसान मोर्चा का कहना है कि 26 अक्तूबर को उनके आंदोलन के 11 माह पूरे हो रहे हैं, ऐसे में किसान देशभर में विरोध धरने देंगे।
5 सदस्यीय कमेटी का किया गठन
15 अक्तूबर के नृशंस हत्याकांड की जांच के लिए एसकेएम ने 5 सदस्यीय विशेष कमेटी का गठन किया है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। लखबीर की हत्या से जुड़े मामले में किसान संगठनों की ओर से बनाई गई फैक्ट फाइडिंग कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। पांच सदस्यीय इस कमेटी के सदस्यों ने गुरुवार को पहले मीटिंग की और उसके बाद काम शुरू किया। कमेटी अपनी रिपोर्ट 27 अक्तूबर से पहले पेश करेगी। किसान संगठनों की ओर से गठित फैक्ट फाइडिंग कमेटी में बलदेव सिंह सिरसा, कंवलप्रीत सिंह पन्नू, काका सिंह कोटड़ा, परगट सिंह जामारा और जतिंदर सिंह छीना शामिल किए गए हैं।
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