Sirsa : तहसील परिसर में किसानों का धरना, कर दी मुआवजे की मांग, आगे पढ़े

Sirsa : तहसील परिसर में किसानों का धरना, कर दी मुआवजे की मांग, आगे पढ़े
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उन्होंने कहा कि रवि फसल 2019 में ओलावृष्टि से जो खराब हुई थी उसका मुआवजा (Compensation) बीमा क्लेम बिल्कुल थोड़ा दिया गया है। ऐसे में किसानों को घाटा ही लगा है। इस दौरान महिलाओं व पुरुषों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

चोपटा। खराब हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर नाथूसरी चोपटा तहसील परिसर में क्षेत्र के किसानों ने 2 घंटे तक धरना (strike) दिया। और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने ज्ञापन में खराब हुई फसलों का ₹40000 प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजे की मांग की है।

इस दौरान गांव रुपावास, बरासरी, शक्कर मंदोरी, सहित गांवों की सैकड़ों महिलाओं ने भी भाग लिया। नाथूसरी चौपटा तहसील परिसर में एकत्रित हुए किसान महिला व पुरुषों ने जमकर नारेबाजी की ।

मुआवजे की मांग को लेकर धरना रत किसान रामस्वरूप, कृष्ण कुमार, विमला देवी पूर्व सरपंच, नीतू रानी, किरण देवी, संतोष, सुलोचना, संतोष रानी, कृष्ण कुमार, सुभाष चंद्र, निहाल सिंह, राममूर्ति ने बताया कि विभिन्न आपदाओं से क्षेत्र में नरमा, ग्वार, मूंग इत्यादि फसलें खराब हो गई इन फसलों का मुआवजा का बीमा क्लेम जल्दी दिया जाए और कम से कम प्रति एकड़ ₹40000 के हिसाब से मुआवजा दिया जाए।

उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने किसानों के साथ धोखा किया है। अगर उनमें किसानों के प्रति थोड़ी सी हमदर्दी है तो उन्हें त्यागपत्र देकर किसानों के साथ संघर्ष में शामिल होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि रवि फसल 2019 में ओलावृष्टि से जो खराब हुई थी उसका मुआवजा बीमा क्लेम बिल्कुल थोड़ा दिया गया है। ऐसे में किसानों को घाटा ही लगा है। इस दौरान महिलाओं व पुरुषों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में सरकार से मांग की है कि खराब हुई फसलों का मुआवजा 40000 प्रति एकड़ के हिसाब से दिया जाए जिससे किसानों की खेती के दौरान हुई लागत पूरी हो सके

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