रुपये ना देने पर कलयुगी बेटे ने कर दी मां की हत्या, सोनीपत के गन्नौर में वारदात

हरिभूमि न्यूज. गन्नौर
रूपयों के लालच में एक कलयुगी बेटे ने अगवानपर रोड स्थित गांधी नगर कालोनी में अपनी मां की गोली मार कर हत्या कर दी। हादसे को अंजाम देने के बाद आरोपित बेटा मौके से फरार हो गया। थाना गन्नौर से पुलिस मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए खानपुर मेडिकल के शव गृह में भेज दिया। इस संबंध में थाना गन्नौर पुलिस ने मृतका के भतीजे की शिकायत पर हत्यारे बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। जानकारी अनुसार अगवानपर रोड स्थित गांधी नगर कालोनी निवासी 55 वर्षीय सतवंती देवी दिल्ली के सरकारी स्कूल में बतौर चपड़ासी कार्यरत थी।
उसका बेटा दीपक नशा करने का आदी था और अकसर अपनी मां से रूपयों की मांग करता रहता था। रविवार की रात सतवंती देवी पशुवाड़े में गई थी। इस दौरान दीपक भी पशुवाड़े में पहुंच गया और अपनी मां से रूपयों की मांग करने लगा, लेकिन उसकी मां ने दीपक को रुपए देने से मना कर दिया तो उसने तांव में आकर अपनी मां पर ही पिस्तौल चला दी। पिस्तौल की गोली सतवंती के पेट में लगी जिससे वह खून से लथपथ हालत में बेहोश हो कर गिर गई। वारदात के बाद आरोपित दीपक मौके से फरार हो गया। इस बीच गोली चलने की आवाज सुन कर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और उन्होंने सतवंती को इलाज के लिए तुरंत खानपुर मेडिकल ले गए, जहां डाक्टरों ने सतवंती को मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद थाना गन्नौर पुलिस खानपुर मेडिकल पहुंची और सतवंती के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे स्वजनों के सुपुर्द कर दिया।
भतीजे का आरोप रूपयों के लिए उसकी बुआ से झगड़ा करता था दीपक
थाना गन्नौर में मृतक सतवंती के भतीजे खानपुर कलां निवासी भोपाल ने शिकायत देकर आरोप लगाया है कि दीपक आवारा किस्म का व्यक्ति है। वह अक्सर उसकी बुआ सतवंती के साथ रूपयों के लिए झगड़ा करता था। उन्होंने दीपक को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन दीपक अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। आरोप लगाया कि दीपक ने उसकी बुआ का वेतन हड़पने की मंशा से इस वारदात को अंजाम दिया है। यह भी आशंका जताई है कि इस वारदात में दीपक के साथ उसके साथी भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने भोपाल की शिकायत पर आरोपित दीपक के खिलाफ हत्या व अवैध हथियार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हुए आरोपित दीपक को गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी धीरज कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपित दीपक को अदालत में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस वारदात में प्रयुक्त पिस्तौल को बरामद करने का प्रयास करेगी।
सतवंती के पति व दो बेटों की पहले ही चुकी थी मौत
मृतका सतवंती के तीन बेटे व एक बेटी थी। सतवंती के पति नरेश का कई साल पहले निधन हो गया था। नरेश दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में कार्यरत था। पति के देहांत के बाद सतवंती दिल्ली के सरकारी के स्कूल में बतौर चपरासी काम करने लगी। वह करीब 10 साल से चपरासी के तौर पर कार्यरत थी। सतवंती का बड़ा बेटा धोला शराब पीने का आदी थी, उसकी चार साल पहले मौत हो गई थी। धोला शादीशुदा था, उसकी मौत के बाद उसकी पत्नी व बच्चे की जिम्मेदारी धोले के छोटे भाई दीपक को सौंप दी गई। भाभी से विवाह के बाद उनके दो और बच्चे हुए। धोले की मौत के दो साल बाद ही सतवंती के सबसे छोटे बेटे बाली का भी निधन हो गया। वह भी नशे करने का आदी था। दीपक अब सतवंती का एकमात्र सहारा था, लेकिन दीपक भी नशेड़ी व आवारा संगत में पड़ चुका था, जिस वजह से घर में आए दिन झगड़े रहने लगे थे। दीपक बेरोजगार था, जिस वजह से वह अक्सर अपनी मां से रुपए मांगता था और उन्हें गलत संगती में खर्च कर देता था। जिस वजह से उसकी मां उसे रुपए देने से मना करने लगी थी। रविवार को भी दीपक ने अपनी मां से सतवंती से रूपयों की मांग की, तो सतवंती ने रुपए देने से इंकार कर दिया, जिस वजह से उनमें झगड़ा हो गया और देखते ही देखते दीपक तांव में आ गया और अपनी मां सतवंती को रूपयों की लालच में गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया।
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