किसान का बेटा आर्मी में बना लेफ्टिनेंट, मात्र 21 साल की उम्र में पाया बड़ा मुकाम

किसान का बेटा आर्मी में बना लेफ्टिनेंट, मात्र 21 साल की उम्र में पाया बड़ा मुकाम
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गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत की प्रेरणा और गुरुकुल कुरुक्षेत्र की एनडीए विंग में मिले एसएसबी के मार्गदर्शन और प्रशिक्षण की बदौलत उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव के किसान का बेटा आर्मी में लेफ्टिनेंट बना है।

हरिभूमि न्यूज : कुरुक्षेत्र

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत की प्रेरणा और गुरुकुल कुरुक्षेत्र की एनडीए विंग में मिले एसएसबी के मार्गदर्शन और प्रशिक्षण की बदौलत उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव के किसान का बेटा आर्मी में लेफ्टिनेंट बना है। मात्र 21 वर्ष की आयु में बागपत जिले के लोयन-मलकपुर गांव का बेटा और गुरुकुल कुरुक्षेत्र का विद्यार्थी अखिलेश तोमर अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद को सुशोभित करेगा। अखिलेश की इस उपलब्धि पर जहां उनके पैतृक गांव में खुशी का माहौल है वहीं गुरुकुल के संरक्षक व गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत सहित निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता ने भी दूरभाष पर अखिलेश के परिवार को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की है।

कर्नल दत्ता ने बताया कि अखिलेश तोमर ने वर्ष 2014 में नौवीं कक्षा में गुरुकुल में प्रवेश लिया था। 11वीं कक्षा से ही अखिलेश ने गुरुकुल की एनडीए विंग को ज्वाइन किया और सेना में लेफ्टिनेंट बनने के लक्ष्य को साधते हुए कड़ी मेहनत और परिश्रम करते हुए यह सफलता हासिल की। 11 जून को इंडियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून में हुई पासिंग आउट परेड में अखिलेश ने भाग लिया, जल्द ही अखिलेश जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंट्री में बतौर लेफ्टिनेंट इंडियन आर्मी को ज्वाइन करेंगे। उन्होंने बताया कि गुरुकुल की एनडीए विंग में छात्रों को न केवल एनडीए की लिखित परीक्षा की पूरी तैयारी करवाई जाती है बल्कि एसएसबी इन्टरव्यू के लिए भी विषेष सत्र लगाए जाते हैं जिनमें छात्रों की एनडीए तथा एसएसबी संबंधित शंकाओं का निराकरण किया जाता है।

सफलता के लिए कोई शार्टकट नही होता : अखिलेश

अखिलेश तोमर ने अपनी सफलता का श्रेय राज्यपाल आचार्य देवव्रत की प्रेरणा और गुरुकुल परिवार को दिया है। अखिलेश, कक्षा आठ तक की पढ़ाई गांव में ही पूरी की। तब तक कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया था कि जीवन में क्या करना है, क्या बनना है? इसी बीच गुरुकुल कुरुक्षेत्र के बारे में पता चला और वहां प्रवेश की तैयारी की। युवाओं के लिए अखिलेश तोमर का यही संदेश है कि सफलता के लिए कोई शार्टकट नहीं। गुरुकुल में एनडीए की तैयारी के लिए जो मार्गदर्शन और ट्रेनिंग दी जा रही है, वो छात्रों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो रही है। इसके अलावा एसएसबी इन्टरव्यू को लेकर चलाए जाने वाले विशेष सत्र से छात्र मानसिक तौर पर मजबूत होते हैं, उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है जो उनकी सफलता में सहायक साबित होता है।

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