Sonipat : सीएलसी नहर टूटी, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न, सड़क मार्ग भी प्रभावित

Sonipat News : सोनीपत जिले के गांव बढ़वासनी के नजदीक शुक्रवार रात को सीएलसी नहर के 150 फुट के कटाव होने के चलते बड़वासनी समेत करीबन 130 एकड़ धान व हरे चारे की फसल जल मग्न हो गई है। जहां गौशाला में कई फुट तक पानी भरा हुआ है। गौशाला से गोवंश को दूसरी गौशाला में शिफ्ट किया गया है। सड़कें भी पानी के कारण तालाब में तब्दील हो गई है। वहीं सड़क मार्ग भी प्रभावित हुआ है, आने वाले वाहनों को गोहाना बाईपास से ही वाहनों को रोककर रूट डायवर्ट कर आगे भेजा जा रहा है। ख़ूबडू हेड से पानी का जलस्तर कम किया गया है। वही राजधानी दिल्ली में पानी की सप्लाई को पश्चिमी यमुना लिंक नहर में डाइवर्ट किया गया है जिसके जरिए पानी सप्लाई किया जा रहा है वहीं ट्रेन नंबर 8 के जरिए भी दिल्ली में पानी डाइवर्ट किया गया है।
जानकारी के अनुसार, सोनीपत के गांव बड़वासनी के नजदीक सीएलसी नहर में करीबन 150 फुट का कटाव होने के चलते आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया और किसान परिवारों में मायूसी छा गई है। कटाव होने के चलते क्षेत्र में खेती, सड़कें और ,गौशाला जलमग्न हो गई है। हालांकि सिंचाई विभाग ने किसी असामाजिक तत्वों द्वारा नहर तोड़ने का आरोप लगाया है।
किसानों द्वारा खेतों में धान और हरे चारे फसलें भी उगाई गई थी। जिसके चलते फसलों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं दूसरी तरफ से बड़वासनी गांव के नजदीक के बनी हुई गौशाला में रखा हुआ। सोनीपत में गांव चिटाना, किलोहड़द, समेत कई सड़क मार्ग प्रभावित हुए हैं। सड़कों पर भी पानी फैला हुआ है और वही प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है और जहां बड़वासनी गांव की तरफ से जाने के रास्ते को कुछ देर के लिए बंद भी किया गया है और रूट डायवर्ट किया गया है। सिंचाई विभाग के प्रशासनिक अधिकारी व पटवारी मौके पहुंचे हैं । उनका कहना है कि फसलों के जलमग्न की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। फिलहाल गांव ख़ूबडू हेड से पानी के जलस्तर को कम किया गया है और वही प्रशासन ने अगले एक-दो दिन में दोबारा निर्माण करवा कर सुचारु करने का दावा किया है।
सड़क भी पानी के कारण तालाब में तब्दील
गांव बड़वासनी निवासी किसानों का कहना है कि 5 महीने में यह दूसरी बार नहर टूटी है। सिंचाई विभाग की तरफ से ठीक से निर्माण नहीं किया गया जिसके चलते किसानों की करीब डेढ़ सौ एकड़ फसल जल मग्न हो गई है।किसानों को कटी हुई फसल तक के बर्बाद हो गई है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS