5 साइबर ठग काबू : सोनीपत की कंपनी का बैंक अकाउंट हैक कर 1.89 करोड़ की ठगी, नोएडा से बनवाए फर्जी आधार कार्ड, 5 देशों में फैला है गैंग

5 साइबर ठग काबू : सोनीपत की कंपनी का बैंक अकाउंट हैक कर 1.89 करोड़ की ठगी, नोएडा से बनवाए  फर्जी आधार कार्ड, 5 देशों में फैला है गैंग
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आरोपियाें के पास से 67 चेकबुक, 21 पासबुक, 17 मोबाइल फोन, 23 एटीएम कार्ड, आठ मोबाइल सिम, छह पेन कार्ड और 13 फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत

हरियाणा के सोनीपत में बहालगढ़ रोड स्थित ईसीई कंपनी के मेल व इंटरनेट बैंकिंग एकाउंट को हैक करके 1.89 करोड़ की साइबर ठगी नाइजीरिया के सरगना ने कराई थी। साइबर थाना पुलिस ने ठगी गैंग को रुपये ट्रांसफर करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बैंक खाते खुलवाने के लिए आरोपितों ने नोएडा से कई-कई नाम से फर्जी आधार कार्ड तैयार कराए हुए थे। ठगी में कुल 98 बैंक खातों का प्रयोग किया गया। पुलिस ने अभी तक 50 साइबर ठगों की पहचान कर ली है। पुलिस ने पांच राज्यों के आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पांच पुलिस टीम गठित की है। साइबर ठगी का सरगना नाइजीरिया में बैठा है।

नामचीन ईसीई कंपनी सोनीपत के बहालगढ़ रोड पर स्थित है। कंपनी उत्तरी भारत के कई राज्यों को विद्युत ट्रांसफार्मर सप्लाई करती है। साइबर ठगों ने एक अगस्त को कंपनी की मेल आइडी और इंटरनेट बैंकिंग को हैक कर लिया था। इनको नाइजीरिया के साइबर ठग डेन के गैंग ने हैक कराया था। साइबर ठगों ने कंपनी के खाते थे 1.89 करोड़ रुपये की ठगी कर ली थी। इस धनराशि को राजस्थान के जयपुर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी, लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, मध्य प्रदेश के जबलपुर, बिहार, महाराष्ट्र और उत्तराखंड के हरिद्वार से निकाला गया था।पुलिस जांच में सामने आया था कि ठगी होने के एक घंटे के अंदर धनराशि को ट्रांसफर कर दिया गया था। खाते सीज कराने तक मात्र तीन लाख रुपये ही बचे थे।साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में साइबर ठगी की धनराशि को ट्रांसफर कराने के लिए खाते उपलब्ध कराने के पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

वारदातों को अंजाम देने के बाद बदल लेते थे ठिकाना

साइबर ठगी में लिप्त आरोपित अपने ठिकानों को बदलते रहते थे। वह पांच-दस ठगी की घटनाओं को अंजाम देने के बाद दूसरे स्थानों पर किराए पर रहने लगते थे। गिरफ्तार आरोपितों में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के गांव सिकंदरा बाल्याण की लक्ष्मी को पकड़ा है। आजकल वह फरीदाबाद की कल्याणपुरी कालोनी में रह रही थी।इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के लहरोई गांव के रहने वाले राजू को गिरफ्तार किया है। वह आजकल नोएडा के सेक्टर-45 में किराए पर रह रहा था। वहीं उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के लहरोई के रहने वाले व आजकल नोएडा के सेक्टर-62 में रह रहे शैलेष, उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सलेमपुर के रहने वाले व आजकल गुरुग्राम के सेक्टर-49 में रह रहे दिव्यांग अशोक यादव और सोनीपत के रोहणा गांव के नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है।

अशोक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर के चलते पैर काम नहीं करते हैं। वह बैशाखियों के सहारे कृत्रिम पैरों से चलता है।दिव्यांग अशोक कुमार बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने वाले ग्रुप का सरगना है। नरेंद्र कुमार उसका चालक है और फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम वहीं संभालता है। वह खाते खुलवाकर लोगों से उसकी बैंक किट प्राप्त कर लेता था। वहीं जिम्मेदारी के आधार पर खाता धारकों को कमीशन मिलता था। अभी तक पुलिस इनके 98 बैंक खातों की पहचान कर चुकी है।वहीं रुपये निकालने वाले ग्रुप के पांच आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

आरोपितों के पास से बरामद सामान

साइबर थाना पुलिस ने आरोपितों से 26 हजार रुपये, 17 मोबाइल फोन, 67 बैंक खातों की चेक बुक, 21 बैंक खातों की पासबुक, 23 बैंक खातों के एटीएम कार्ड, 13 फर्जी व सात असली आधार कार्ड और छह पेन कार्ड बरामद किए है।

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