इंजीनियर दूल्हे ने की पेश की मिसाल : शादी में लिया एक रुपये का दान, बोले - संस्कारित दुल्हन से बड़ा कोई दहेज नहीं

इंजीनियर दूल्हे ने की पेश की मिसाल : शादी में लिया एक रुपये का दान, बोले - संस्कारित दुल्हन से बड़ा कोई दहेज नहीं
X
दहेज की मांग को लेकर जहां थानों में ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। वहीं इंजीनियर बन चुके युवक ने ससुराल पक्ष से दान मे महज एक रुपया लेकर मिसाल पेश की है।

हरिभूमि न्यूज : सोनीपत

दहेज की मांग को लेकर जहां थानों में ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। वहीं इंजीनियर बन चुके युवक ने ससुराल पक्ष से दान मे महज एक रुपया लेकर मिसाल पेश की है। दूल्हे ने दहेज के लोभियों के मुंह पर तमाचा मारते हुए महज दान में एक रुपया लेकर अपने कूल का नाम रोशन किया है। वहीं सोशल साइड व गांव के आसपास सहित रिश्तेदारियों में इंजीनियर बाबू की खुब प्रशंसा हो रही है।

गांव रसाई निवासी गौरव की शादी दीपालपुर निवासी रणवीर की बेटी के साथ तय हुई। गौरव इंजीनियर की पढ़ाई करके खुद की फैक्टरी लगाए हुए है। गत 14 दिसंबर को दीपालपुर निवासी सोनम के साथ गौरव ने सात फेरे लिए। गौरव ने शादी में ससुराल पक्ष से महज एक रुपया दान में लिया। जिसके बाद गांव व ससुराल सहित आसपास के क्षेत्र में शादी चर्चा का विषय बन गया। हर कोई गौरव व सोनम की लंबी उम्र की कामना कर रहा है। गौरव के पिता अनिल कुमार ने बताया कि उनके बेटे ने इंजीरियर की पढ़ाई करके खुद की कंपनी लगाई हुई है।

शादी में उसने ससुराल पक्ष की तरफ से महज एक रुपये में शादी करने की बात कही। जिसके बाद लड़की के परिजनों ने बातचीत करके महज एक रुपये में शादी की गई। उन्होंने बताया कि संस्कारित लड़की ही सबसे बड़ा दहेज है। जिस पिता ने बेटी को पढ़ा-लिखाकर उसकी शादी कर दी। पिता ने बेटी को दे दिया। उसके बड़ा कोई दहेज नहीं हो सकता। उन्होंने लोगों से अपील की है कि दहेज से अलग हटकर बच्चों के रोजगार और संस्कारों को महत्व दें। उनकी एक रुपये की शादी को समाज में बड़े सम्मान के रूप में देखा जा रहा है। वहीं गौरव भी संस्कारित वधु को पाकर प्रसन्न है।

Tags

Next Story