सोनीपत दी सहकारिता चीनी मिल : कारखाने में जूस कुवाड बॉडी फटने से रुका पेराई सत्र

सोनीपत दी सहकारिता चीनी मिल : कारखाने में जूस कुवाड बॉडी फटने से रुका पेराई सत्र
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  • पेराई सत्र के शुरू होने के बाद दूसरी बार फटी बॉडी, महज 1478 क्विंटल गन्ने की हुई है पेराई
  • पेराई सत्र को चलाने के लिए मिल प्रबंधन की तरफ से किए जा रहे प्रयास तेज
  • यार्ड में जमा हुआ करीब 14 हजार क्विंटल गन्ना, 90 हजार क्विंटल गन्ने की पर्चिया जारी कर चुका है मिल प्रबंधन
  • 23 नवंबर को सांसद रमेश कौशिक ने किया था पेराई सत्र का उद्घाटन

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

सोनीपत दी सहकारिता चीनी मिल का पेराई सत्र वर्ष-2023-24 शुरू होने के साथ ही समस्याओं को पैदा करने लगा है। कारखाने के अंदर जूस कवाड बॉडी फटने से पेराई सत्र को रोकना पड़ा। जानकारी मिली है वैक्यूम प्रेशर ज्यादा होने के चलते एक सप्ताह में दूसरी बार कवाड बॉडी फटी है। जिसके मरम्त कार्य को मिल प्रबंधन की तरफ से युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। वहीं यार्ड में करीब 14 हजार क्विंटल गन्ना देर शाम तक जमा हो चुका है। मिल में गन्ना लेकर पहुंचे किसान पेराई सत्र को सुचारू रूप से चलने का इंतजार कर रहे है। वहीं प्रबंधन अब तक कुल 90 हजार क्विंटल गन्ने की पर्चियां जारी की जा चुकी है।

बता दें कि हर वर्ष सोनीपत चीनी मिल के पेराई सत्र वर्ष 2022-23 का विधिवत 23 नवंबर को सांसद रमेश कौशिक के हाथों से करवाया गया। हालांकि यार्ड में गन्ना न होने के चलते पेराई सत्र को आगामी आदेशों तक रोक दिया गया था। सोमवार को यार्ड में गन्ना पर्याप्त मात्र में पहुंच गया, लेकिन दोपहर को कारखाने में जूस कवाड बॉडी के फटने से पेराई सत्र को रोक दिया गया। बताया जा रहा है कि कारखाने के जूस कवाड में जूस पहुंचा भी नहीं था। वैक्यूम प्रेशर ज्यादा होने के चलते बॉडी फट गई। जानकारी मिली है कि पहले भी ट्रायल के दौरान बॉडी फट गई थी। पांच दिनों में दूसरी बाद समस्या आने के चलते मिल प्रबंधन के साथ-साथ गन्ना उत्पादकों को परेशानी का सामना करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

तीन दिन में 90 हजार की पर्चियां जारी, 22 हजार प्रतिदिन की क्षमता

पेराई सत्र 2023-24 के अंतर्गत 32 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने भरोसा दिया कि बिना किसी व्यवधान के यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा। गत वर्ष 30 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई से तीन लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मिल की पेराई क्षमता 22 हजार क्विंटल प्रतिदिन है। इस समय मिल के पास 1892 किसान पंजीकृत है, जिन्होंने अपने खेतों में गन्ना बोया हुआ है। प्रबंधन पेराई सत्र की शुरूआत के बाद 90 हजार क्विंटल गन्ने की पर्चियां जारी कर चुका है। यार्ड में करीब 14 हजार क्विंटल गन्ना जमा हो चुका है।

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क्वाड में दिक्कत होने से बंद हुई पेराई

मिल चलने पर ही फाल्ट समझ में आता है। एक दो दिन में सब कुछ सामान्य हो जाएगा। जूस वाला क्वाड खराब गया है। जिसकी मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। मरम्मत का कार्य पूरा होते ही मिल को रात को चालू कर दिया जाएगा। देर रात तक कार्य को पूरा करके फिर से पेराई सत्र को चलाया जायेगा। मिल कर्मचारी व अधिकारी कार्य को दुरूस्त करने में जुटे हुए है। - संजय कुमार, एमडी शुगर मिल।

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