Crushing Session : सोनीपत चीनी मिल का पेराई सत्र समाप्त, 30 लाख 80 हजार क्विंटल गन्ने की हुई पेराई

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत
सोनीपत चीनी मिल का गत वर्ष की भांति इस वर्ष का पेराई सत्र बेहद लंबा चला। बुधवार को मिल के गेट बंद कर दिए गए। तकनीकि खराबियों व अन्य कारणों के चलते मिल का पेराई सत्र बेहद धीमा रहा। मिल प्रबंधन की तरफ से गत वर्ष 32 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी। इस पेराई सत्र में बांड के हिसाब से 36 हजार क्विंटल गन्ने का करार था। मिल प्रबंधन की तरफ से इस पेराई सत्र में 30 लाख 80 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई हो सकी। वहीं चीनी का उत्पादन भी पिछले साल की अपेक्षा इस बार कम हुआ है। हालांकि चीनी का कितना उत्पादन हुआ, इसका फाइनल आंकड़ा तीन से चार दिनों के बाद मिल प्रबंधन की तरफ से जारी किया जायेगा।
बता दें कि दी सहकारिता चीनी मिल का वर्ष 2021-22 को पेराई सत्र 10 नवंबर 2021 को हुआ था। मिल प्रबंधन की तरफ से जिले के किसानों के साथ 36 लाख क्विंटल गन्ने की बॉडिंग की थी। अप्रैल माह के अंत व मई माह के पहले सप्ताह में पेराई सत्र समाप्त हो जाता था, शुरूआती दिनों से ही मिल में तकनीकी खराबी के चलते पेराई सत्र की रफ्तार धीमी पड़ गई। जिसके कारण मिल को पेराई सत्र बेहद लंबा चला। गर्मी की वजह से समस्या ज्यादा बढ़ गई। जिसका असर चीनी की रिकवरी रेट पर भी दिखाई दिया है।
चीनी मिल का पेराई सत्र बुधवार को समाप्त कर दिया हैं। उक्त पेराई सत्र में 30 लाख 80 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई हुई हैं। किसानों का बांड के हिसाब से गन्ना लिया गया हैं। कई दिनों से पर्चियों को पूरी तरह से ओपन किया हुआ था। ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़ें। - डीएस पहल, चीफ इंजीनियर, चीनी मिल सोनीपत।
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