Sonipat : राज्यपाल के कार्यक्रम से पूर्व अधिकारियों के शराब पीने का आरोप सही, 4 पर गिरेगी गाज

Sonipat : राज्यपाल के कार्यक्रम से पूर्व अधिकारियों के शराब पीने का आरोप सही, 4 पर गिरेगी गाज
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  • राज्यपाल के कार्यक्रम की पूर्व संध्या शराब पीने और शराब के बिल बच्चों के खाने-पीने की चीजों के साथ लगाने का मामला
  • उपायुक्त को मिल गई रिपोर्ट, कार्रवाई की सिफारिश के लिए मुख्यालय जाएगी भेजी

Sonipat : एक साल पहले हरियाणा दिवस पर राज्यपाल (Governor) के कार्यक्रम से एक दिन पहले मुरथल की डीसीआरयूएसटी में अधिकारियों द्वारा शराब पीने और शराब के बिल बच्चों के खाने-पीने के बिलों की फाइल में लगाने का मामले में आरोप सिद्ध हो गए हैं। उपायुक्त के पास जांच कमेटी की रिपोर्ट पहुंच गई है। रिपोर्ट के आधार पर आरोपित अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए मुख्यालय को सिफारिश भेजी जाएगी। इस पूरे प्रकरण में 4 अधिकारियों पर कार्रवाई होना तय है। पता लगा है कि रिपोर्ट के आधार पर दो अधिकारियों पर प्रशासन (Administration) की तरफ से और दो अधिकारियों पर शासन की तरफ से गाज गिर सकती है।

बता दें कि राज्यपाल के कार्यक्रम से एक दिन पहले शराब पीने और शराब के बिलों को बच्चों के खाने-पीने के बिलों के साथ जोड़ने के मामले में जांच कमेटी बैठाई गई थी। जिला स्तर पर मामले की जांच को लेकर सीटीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी अलग से बनाई गई थी। इस कमेटी ने जांच पूरी कर ली और रिपोर्ट भी अब डीसी को सौंप दी हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर डी.सी. ललित सिवाच ने कहा कि जांच में आरोप सिद्ध हो गए हैं। अब वे जांच रिपोर्ट को आगामी कार्रवाई के लिए मुख्यालय भेजेंगे।

यह है पूरा मामला

पिछले साल 1 नवंबर को हरियाणा बाल कल्याण परिषद ने मुरथल विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पहुंचना था। कुछ अधिकारी इससे एक दिन पहले ही पहुंच गए थे और राई रैस्ट हाऊस में ठहरे थे। आरोप है कि इस दौरान अधिकारियों ने शराब पी और बाद में शराब, बीयर व सोडा के बिल बच्चों के खाने-पीने के बिलों की फाइल में लगा दिए गए। मामले का खुलासा होने पर परिषद की महिला सदस्या रंजीता मेहता ने व्यापक जांच करवाने का दावा भी किया था और कमेटी का गठन किया था, जिसने गोपनीय रिपोर्ट डीसी को सौंपी थी, लेकिन इसी बीच जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच के कमेटी गठित की। डीसी ललित सिवाच ने कमेटी की प्रमुख सीटीएम को बनाया था।

अधिकारियों ने हस्ताक्षर कर लगाए हैं 31 हजार के बिल

हरियाणा बाल कल्याण परिष की फाइल में एक बिल नंबर 012734 लगा मिला था। यह बिल बहालगढ़ में स्थित एक शराब ठेके का था। आरोप है कि तत्कालीन जिला बाल कल्याण अधिकारी, जिला प्रोग्राम अधिकारी, सहायक जिला बाल अधिकारी व कोषाध्यक्ष ने शराब के बिल पर हस्ताक्षर करके फाइल में पास कराने के लिए लगाया था। शराब के साथ ही खाने के 10597 रुपए और 21463 रुपए के बिल भी लगाए गए थे। इन बिलों को स्वीकृत कर डीसी आफिस भेजा गया था।

डीसी ललित सिवाच ने कहा कि हरियाणा बाल कल्याण परिषद के बिलों में शराब के बिल लगाने के आरोपों का मामला सामने आने के बाद जिला स्तर पर भी एक कमेटी का गठन किया गया था। जांच कमेटी ने सोमवार को रिपोर्ट मुझे सौंप दी है। जांच में आरोप सिद्ध हो गए हैं। अब आगामी कार्रवाई के लिए रिपोर्ट को मुख्यालय भेजा जाएगा।

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