खेल विभाग खोलेगा 1100 खेल नर्सरियां : 20 जनवरी तक सरकारी व निजी संस्थान कर सकते हैं आवेदन

हरिभूमि न्यूज : नारनौल
खेल विभाग की ओर से राज्य में 1100 खेल नर्सरियां खोली जाएगी। इनमें से 600 खेल नर्सरियां सरकारी व 500 निजी संस्थान, अकादमी, खेल प्रशिक्षण केन्द्र में खोली जाएगी। ऐसे जो भी सरकारी व निजी संस्थान नर्सरियां खोलने के इच्छुक है, वह संस्थान नर्सरी से संबंधित आवेदन पत्र 20 जनवरी तक जिला स्तर पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस खेल स्टेडियम में स्थित जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में जमा करवा सकते है। इस संबंध में दिशानिर्देश व आवेदन पत्र विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
इस बारे में जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी परसराम ने बताया कि आवेदक करने वाली संस्था में खेल विशेष का आधारभूत इन्फास्ट्रक्चर, खेल उपकरण तथा उस खेल का योग्य प्रशिक्षक होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि संस्थानों का चयन का आधार नर्सरियों के खिलाडि़यों को फीस आदि में दी जाने वाली प्रस्तावित रियायत, उपलब्ध करवाए जाने वाले खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर व खेल उपकरण, प्रशिक्षुओं की खेल उपलब्धता होगी। जिनकी सूचना सबंधित संस्थानों को खेल नर्सरियों में डिस्पले की जानी आवश्यक होगी। खेल नर्सरी प्रशिक्षक की नियुक्ति संबंधित संस्था की ओर से की जाएगी, जिसकी योग्यता की जांच जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी से करवाई जाएगी।
खेल नर्सरी के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश
-प्रत्येक नर्सरी का कार्यकाल एक अप्रैल से लेकर 31 जनवरी तक रहेगा।
-खेल नर्सरियां केवल उन्ही खेलों की खोली जाएंगी जो ओलम्पिक, एशियन तथा कॉंमन वेल्थ में सम्मिलित है।
-खेल नर्सरियां आबंटित संस्थान, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी की निगरानी में खेल नर्सरी में आठ से 19 वर्ष आयुवर्ग के खिलाडि़यों के चयन हेतु खेल तथा शारीरिक योग्यता परीक्षा/खेल परीक्षा आयोजित करेगा।
-प्रत्येक नर्सरी में न्यूनतम 20 तथा अधिकतम 25 खिलाड़ी होंगे, साथ ही पांच प्रतिक्षा सूची में रखे जाएंगे। यदि खेल नर्सरी में किसी भी समय खिलाडि़यों की संख्या 20 से कम हो जाती है तो खेल नर्सरी को बंद कर दिया जाएगा।
-एक संस्थान में दो से अधिक खेल नर्सरियां आबंटित नहीं की जाएगी।
-नर्सरी में चयनित खिलाड़ी प्रतिमाह में कम से कम 22 दिन हाजिर होने पर आठ से 14 वर्ष आयुवर्ग हेतु 1500 रुपये व 15 से 19 आयुवर्ग के खिलाडि़यों को 2000 रुपये प्रतिमाह की दर से छात्रवृत्ति के रूप में खुराक राशि दी जाएगी।
-सस्था का प्रशिक्षक खेल नर्सरियों के खिलाडि़यों को प्रतिदिन प्रातकालीन सैशन दो घंटे 5:30 बजे से 9 बजे के बीच तथा सायंकालीन सैशन तीन घंटे तीन से आठ बजे के बीच का होगा।
- स्कूल/संस्थान की ओर नर्सरी में चयनित खिलाडि़यों को स्पोर्टस किट प्रदान की जाएगी।
-खेल नर्सरियों के प्रशिक्षण खिलाड्यिों का जायजा लेने हुए जिला स्तर पर वर्ष में दो बार ईंटर नर्सरी प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी।
-अगर कोई प्रशिक्षक खेल नर्सरी छोड़ जाता है तो संस्थान के मुखिया की ओर एक माह के अंदर-अंदर दूसरे प्रशिक्षक का प्रबंध करना होगा। एक माह के अंदर यदि नए प्रशिक्षक का प्रबंध नहीं किया गया तो नर्सरी को बन्द कर दिया जाएगा।
-सभी खेल नर्सरियों का निरीक्षण खेल विभाग के उच्च अधिकारियों की ओर से माह में कम से कम पांच बार किया जाएगा।
-खेल नर्सरी संचालन के दिशानिर्देशों की उल्लंघना करने पर छात्रवृत्ति व प्रशिक्षकों का मानदेय वापस ले लिया जाएगा। उस संस्था को भी कोई वितिय सुविधा नहीं दी जाएगी।
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