राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी : नकल से बचाने के लिए घोड़े में लगाई गई माइक्रो चिप

हरिभूमि न्यूज : चरखी दादरी
जब भी हम किसी अच्छी नस्ल के घोडेे़ को देखते हैं तो हमारे जहन में बाबा खड़ग सिंह का घोड़ा घूमने लगता है, जो घोड़े हमने रील में देखे हैं, वो घोड़े हकीकत में देखने हैं तो आपको दादरी में चल रही तीन दिवसीय 39वीं पशुधन प्रदर्शनी में आना होगा। मेले में मारवाड़ी नस्ल के हैदर को देखकर सबकी निगाहें उसी पर टिक जाती हैं। दो दांत वाले इस घोड़े की कीमत 60 लाख रुपये है, जो लगजरी कार को भी पीछे छोड़ रहा है। कई ब्यूटी कंपीटीशन जीत चुके इस घोड़े की सुंदरता को देखकर दर्शक सेल्फी लेने से नहीं चूक रहे हैं।
कुरूक्षेत्र में बीते दिनों आयोजित डीएफए की प्रतियोगिता में आल इंडिया चैंपियन रहे हैदर मेले में पशुपालकों और दर्शकों के लिए आर्कषण का केंद्र बने हुए है। गत वर्ष भिवानी में आयोजित राज्य स्तरीय पशुधन प्रदर्शनी में भी यह घोडा चैंपयिन का खिताब जीत चुका है। कुरूक्षेत्र के गांव बैबेन निवासी उदयवीर सिंह विर्क ने बताया कि अच्छी नस्ल के घोड़े रखना उनका शौक है, उनके घोड़ा फार्म में मारवाड़ी के अलावा दूूसरी नस्लों के घोड़े भी हैं, अब घोड़ा पालन का यह शौक व्यवसाय में बदल गया है। उनके पास लाखों रुपये की कीमत के बेशकीमती घोड़े हैं, जिनको देखने के लिए दूरदराज के लोग फार्म आते हैं।
मारवाड़ी नस्ल के घोड़े का हुआ डीएनए
प्रदर्शनी में रैंप पर कैटवॉक के लिए आए घोड़े का डीएनए टेस्ट करवाया है, जिसके सैंपलिंग हो चुकी है और सैंपल जांच के लिए आयरलैंड भेजा गया है। उन्होंने बताया कि डीएनए करवाने का मुख्य मकसद घोड़ों की नस्ल में धोखाधड़ी को रोकना है। उदयपुर के डॉ. कुलविंद्र सिंह ने डीएनए के लिए घोड़े का सैंपल लिया है, जिसकी रिपोर्ट जल्द आएगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS