हरियाणा की जेलों में व्यापक बदलाव के लिए रणनीति तैयार : जेल अधीक्षकों को मिलेंगी नई कार, वर्दी भी बदलेगी

चंडीगढ़ (योगेंद्र शर्मा)। हरियाणा की जेलों में व्यापक बदलाव के लिए रणनीति तैयार कर ली गई है। हिसार और अंबाला की पुरानी जेलों के स्थान पर जहां नई जेल शहर से बाहर तैयार होंगी, वहीं, अब जेल अधीक्षक बिना कार के नहीं रहेंगे। जेल अधीक्षकों को नई गाड़ी, सरकारी फोन नई यूनिफॉर्म देने का आधिकारिक फैसला ले लिया गया है। जेल अधीक्षकों की वर्दी भी अब बदली बदली नजर आएगी।
जिलों में सुधार के लिए पिछले दिनों जेल मंत्री रणजीत सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री की संयुक्त अध्यक्षता में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। जिसमें डीजी जेल अकील मोहम्मद के साथ-सथ सभी जेलों के जेल अधीक्षक विभागीय अधिकारियों को बुलाया गया था। इस दौरान जिलों में काम करने के दौरान पेश आ रही चुनौतियों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।
सर्दियों में डिनर 6 से 7 बजे की बीच होगा
जेल में परंपरागत तरीके से कैदियों को ब्रिटिश समय से चली आ रही परंपरा में बदलाव होने जा रहा है। पहले बिजली नहीं होने के कारण जेल में खाना बहुत जल्दी दिया जाता था लेकिन अब सर्दियों में इसे 6 से 7 और गर्मियों में सात से आठ करने का फैसला लिया है। इसी प्रकार से कैदियों को दी जाने वाली 7 रोटियों को लेकर भी फैसला लिया गया है कि किसी भी तरह से इसकी बर्बादी ना हो अर्थात कैदी की खान पीन की क्षमता और मांग के हिसाब से उसे रोटियां दी जाएंगी। जेल मंत्री चौधरी रंजीत सिंह और जेल के डीजी ने बताया कि हम हरियाणा की जेलों को आधुनिक और आधुनिकतम सुधार करने के लिए संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। जेल अधीक्षकों को अब सरकारी फोन के साथ-साथ सरकारी गाड़ी और इनका प्रोटोकॉल एसपी के बराबर करने का फैसला लिया गया है।
ये बदलाव भी होंगे
- कैदियों की कला का किस प्रकार फायदा उठाया जा सकता है, इसको लेकर रणनीति तैयार की गई।
- जिलों के अंदर राम और भागवत कथा के साथ-साथ जेल के कैदियों में सुधार के लिए देश के प्रमुख संतो का सत्संग और प्रवचन कराने पर विचार हो रहा है।
- अंबाला शहर की सेंट्रल जेल ब्रिटिश पीरियड के वक्त की है। अब यह पाश एरिया और कॉलोनी के बीच में आ चुकी है इसलिए यहां पर नई जेल के निर्माण को लेकर योजना तैयार की गई है।
- इसी प्रकार हिसार में भी नई जेल बनाने का प्रस्ताव की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। जेलों में जेल के अधीक्षक यूनिफॉर्म में दिखाई देंगे। अधीक्षक अशोक चिन्ह वाला एक बैग और एक स्टार अपनी यूनिफॉर्म पर लगा सकेंगे अर्थात इनका कद जिले में एसपी के बराबर होगा।
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