Jhajjar : छात्रों ने कर्ज उतारने के लिए रची थी दवा विक्रेता से रंगदारी मांगने की साजिश

हरिभूमि न्यूज : झज्जर
झज्जर के एक होलसेल दवा विक्रेता से 20 लाख रुपए की रंगदारी (Extortion) मांगे जाने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में झज्जर पुलिस ने स्थानीय निजी कॉलेज के फार्मेसी में पढ़ने वाले छात्रों सहित चार को गिरफ्तार (Arrested) किया है। जिन्होंने अपना कर्ज उतारने के लिए दवा विक्रेता से बीस लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी।
रंगदारी मांगने के लिए मामले में पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों में विक्रम गांव खेड़ी जट्ट व नीरज गांव खुंगाई जिला झज्जर के रहने वाले है और दोनों ही झज्जर के एसडी कॉलेज के फार्मेसी के छात्र है। पुलिस की माने तो इन दोनों छात्रों को दवा विक्रेता से रंगदारी मांगने के लिए उकसाने का मुख्य सूत्रधार जहांआरा बाग स्टेडियम के पास ही एक कैमिस्ट शॉप पर नौकरी करने वाला चिराग निवासी सीताराम गेट झज्जर नाम का युवक था। उसने ही रंगदारी मांगने वाले इस मामले में मुखबिर का काम किया। इसके अलावा पुलिस ने जींद जिले के गांव पेगा के रहने वाले संजय नामक युवक को भी गिरफ्तार किया है। इन सभी ने योजनाबद्ध तरीके से रंगदारी मांगने की इस घटना को अंजाम दिया।
पुलिस के अनुसार रंगदारी के इस मामले में दिल्ली का एक युवक अभी पुलिस पकड़ से बाहर है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चार अगस्त को झज्जर के दवा विक्रेता से बीस लाख की रंगदारी मांगी गई थी इस घटना को झज्जर के एक निजी कॉलेज में पढ़ने वाले दो छात्रों ने अपना कर्ज उतारने के लिए अंजाम दिया था। विक्रम और नीरज नामक इन दो कॉलेज छात्रों को मुखबिरी झज्जर के ही एक कैमिस्ट शॉप पर काम करने वाले नीरज ने दी थी। इनके साथ जींद जिले के एक गांव का संजय भी शामिल था। इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना में किसी गैंग का कोई हाथ अभी सामने नहीं आया है।
बता दे कि 4 अगस्त को अक्षय नामक एक व्यक्ति ने फोन पर थोक दवा विक्रेता मुकेश पोपली को अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए 20 लाख की रंगदारी मांगी थी। फोन पर चौथ मांगने वाले ने दवा विक्रेता मुकेश पोपली को धमकी देते हुए कहा था कि एक सप्ताह के अंदर अगर रंगदारी नहीं मिली तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS