Haryana : छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को पौधे लगाकर लेनी होगी सेल्फी

Haryana : छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को पौधे लगाकर लेनी होगी सेल्फी
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फर्जी पौधारोपण को रोकने के लिए शिक्षा विभाग (Education Department) के अधिकारियों ने सेल्फी विद द ट्री स्कीम चलाई है। इसके तहत प्रत्येक विद्यार्थी को पौधे के साथ सेल्फी लेनी होगी और यह सेल्फी अपने स्कूल के मुखिया या टीचर के पास भेजनी होगी। एक ही पौधे के साथ कई सेल्फी ली जा सकती हैं । वहीं वन विभाग का स्कूली बच्चों के माध्यम से प्रदेश में 20 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य है। बच्चे अपने घर में ही पौधे लगाएंगे। यदि घर में पौधारोपण की जगह नहीं है तो आस-पास के पार्क या किसी सार्वजनिक स्थल पर पौधारोपण किया जा सकता है।

राज कुमार बड़ाला : हांसी

इस बार के मानसून सीजन में सरकार ने वन विभाग व शिक्षा विभाग( Forest Department and Education Department) को 20 लाख स्कूली बच्चों से पौधारोपण करवाने का लक्ष्य दिया है। पौधगिरी योजना के तहत सभी सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों (Government and private schools) के छठी से 12वीं कक्षा तक के विद्याथिर्यों को एक-एक पौधा रोपित करना जरूरी है। इसके लिए वन विभाग शिक्षा विभाग को पौधे उपलब्ध करवाएगा। बच्चे अपने घर में ही पौधे लगाएंगे। यदि घर में पौधारोपण (Plantation) की जगह नहीं है तो आस-पास के पार्क या किसी सार्वजनिक स्थल पर पौधरोपण किया जा सकता है।

फर्जी पौधारोपण को रोकने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सेल्फी विद द ट्री स्कीम चलाई है। इसके तहत प्रत्येक विद्यार्थी को पौधे के साथ सेल्फी लेनी होगी और यह सेल्फी अपने स्कूल के मुखिया या टीचर के पास भेजनी होगी। एक ही पौधे के साथ कई सेल्फी ली जा सकती हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग ने जीयो टेगिंग के लिए कहा है। जीयो टैगिंग से फोटो के साथ उस स्थान की वास्तविक लोकेशन पता चल जाएगा। जीओ टैगिंग में जहां पर पौधा रोपित किया गया है, वहां की अक्षांश व देशांतर रेखाएं आदि सहित पूरी लोकेशन आ जाएगी। हिसार के जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि पौधगिरी कार्यक्रम मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गई सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना है। जिसमें प्राइवेट व सरकारी स्कूलों के छठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों को शामिल करना है। पौधे वन विभाग उपलब्ध करवाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी व उपायुक्त के मार्गदर्शन में पौधे बच्चों को वितरित किए जाएंगे। अब स्कूल मुखियाओं के सामने संकट खड़ा हो गया है कि कोरोना संक्रमण के इस काल में बच्चों को स्कूलों में बुलाकर पौधे वितरित करें या फिर उनको होम डिलीवरी करवाई जाए। हालांकि शिक्षा अधिकारियों व स्कूल मुखियाओं को सरकार के आदेशों की पालना करनी होगी। लेकिन कोरोना काल में पौधारोपण के इस कार्यक्रम को अमलीजामा पहनाना किसी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि स्कूलों के बहुत से ऐसे विद्यार्थी हैं, जिनके पास अपना एंड्रोयड फोन नहीं हैं।

इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश

इस संबंध में हांसी द्वीतीय खंड के बीईओ राजेश जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू की गई सरकार की महत्वाकांक्षी पौधगिरी स्कीम के तहत बच्चों से पौधारोपण करवाएं। पौधारोपण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाए। बच्चों की भीड़ एकत्रित न हो, इस बात का पूरा ख्याल रखा जाए। बच्चों द्वारा रोपित किए गए पौधों के रख रखाव के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए। रोपित किए जाने के बाद यदि पौधों की देखभाल नहीं होती तो ऐसे पौधारोपण का कोई औचित्य नहीं होता। लगाए गए पौधों की बाद में देखभाल बहुत जरूरी है।

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