Russia-Ukraine War : बमबारी के बीच दोस्तों को बचाने के लिए सूमी में फंसे छात्र, अब बॉर्डर तक जाने के रास्ते बंद, युद्ध क्षेत्र में रोहतक के 90 होनहार

Russia-Ukraine War : बमबारी के बीच दोस्तों को बचाने के लिए सूमी में फंसे छात्र, अब बॉर्डर तक जाने के रास्ते बंद, युद्ध क्षेत्र में रोहतक के 90 होनहार
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रोहतक का छात्र मोहित अपने दोस्तों को बचाने कीव से सूमी पहुंच गया। लेकिन अब सूमी से बॉर्डर पर जाने वाले सभी रास्ते बंद हो गए हैं। कोई सार्वजनिक वाहन भी नहीं मिल रहा, जिससे वे बॉर्डर तक पहुंच सके। सूमी के एक हॉस्टल से मोहित, हरप्रीत, फरजाना और विशाल ने हरि भूमि के साथ एक वीडियो शेयर करके हालात दिखाए।

हरिभूमि न्यूज : रोहतक

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही। यूक्रेन में रोहतक के 90 छात्र फंसे हुए हैं। कुछ को वापस लाया जा रहा है, लेकिन कुछ छात्रों के पास मदद का इंतजार करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा। हमले के बाद छात्रों ने कीव छोड़ दिया। रोहतक का छात्र मोहित अपने दोस्तों को बचाने कीव से सूमी पहुंच गया। लेकिन अब सूमी से बॉर्डर पर जाने वाले सभी रास्ते बंद हो गए हैं। कोई सार्वजनिक वाहन भी नहीं मिल रहा, जिससे वे बॉर्डर तक पहुंच सके। सूमी के एक हॉस्टल से मोहित, हरप्रीत, फरजाना और विशाल ने हरि भूमि के साथ एक वीडियो शेयर करके हालात दिखाए। तीनों ने बताया कि सूमी में करीब 500-600 भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। यहां से बॉर्डर तक पहुंचने का रास्ता कीव से होकर जाता है, लेकिन कीव में भयंकर बमबारी हो रही है। ट्रेन आदि बंद हैं। उनके पास सिर्फ यहां से रसिया जाने बॉर्डर जाने का विकल्प है। लेकिन रसिया बॉर्डर पर भी तभी जा सकते हैं, जब भारत की सरकार कोई आदेश जारी करके सूमी से रसिया बॉर्डर तक पहुंचने में मदद करे।

अब खाना खत्म हो गया है, दुकानें भी खाली पड़ी हैं

छात्रों ने बताया कि अब खाने-पीने का सामान खत्म होने लगा है। सूमी में हॉस्टल के नजदीक सामान लेने गए तो दुकान खाली मिली। यहां खाने-पीने का कोई सामान बचा ही नहीं। अब हालात बिगड़ने लगे हैं, बिजली का भी भरोसा नहीं कब तक रहे। यूक्रेन से छात्रों ने बताया कि सूमी में फंसे छात्रों को अब एयर फोर्स से आस है। कारण ये है कि यहां ऐसा कोई भी साधन नहीं है, जिसके माध्यम से वे किसी बॉर्डर तक पहुंच सके। रसिया बॉर्डर पर 60 किलोमीटर दूर है। सरकार एयर फोर्स को सूमी भेजे तो ही यहां से छात्रों को ले जाने में मदद मिल सकती है। छात्रों ने सरकार से गुहार लगाई है कि सूमी में फंसे सभी भारतीय छात्रों को निकालने का प्रबंध जल्द किया जाए। यहां भी हालात बिगड़ने वाले हैं।

गरिमा ने शेयर किया फ्लाइट का वीडियो

फायरिंग और बमबारी के बीच बर्फीले मौसम की मार को झेलते हुए रोहतक की छात्रा गरिमा दो दिन पहले रोमानिया पहुंच गई थी। यहां इंडियन एम्बेसी के कैंप में रहने के बाद मंगलवार को यहां से उनकी फ्लाइट रवाना हुई। गरीमा ने फ्लाइट से ही एक वीडियो शेयर किया है। मंगलवार को जैसे ही फ्लाइट रोमानिया बॉर्डर से रवाना हुई तो सभी छात्रों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। गरीमा के पिता सुरेश ने बताया कि रोमानिया से से फ्लाइट उड़ चुकी है। मंगलवार देर रात तक गरीमा और अन्य छात्र दिल्ली पहुंच जाएंगे। वे बेटी को लेने दिल्ली जा रहे हैं और वहां से सीधे उसे श्याम कॉलोनी में घर लाया जाएगा।

कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लगाई

यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी तक लगाई गई है। भारतीयों की वापसी भी की गई है। हालात बिगड़ने से पहले भी वहां रह रहे छात्रों से संपर्क किया गया था। केंद्र सरकार पूरी तरह से अलर्ट है और छात्रों के परिजनों से भी सरकार लगातार संपर्क में है।- डॉ. अरविंद शर्मा, सांसद, रोहतक लोकसभा।

हेल्प लाइन नंबर दिए : रोहतक के 90 छात्र यूक्रेन में हैं। सभी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। यूक्रेन के अलग-अलग शहरों और बॉर्डर के लिए नंबर जारी किए हैं। अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वे छात्रों के घर जाकर हेल्पलाइन नंबर देंगे। -राकेश कुमार, एसडी, रोहतक।

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