Success : टेंट लगाने वाले का एक बेटा कर्नल दूसरा वकील, अब तीसरा पुत्र लोकसेवा आयोग का ओएसडी बना

Mahendragarh-Narnaul News : कनीना क्षेत्र के गांव खेड़ी निवासी टायर पंचर की दुकान चलाने वाले पिता तेजपाल की मेहनत की चारों ओर चर्चा है। बच्चों को पढ़ाने के लिए इस पिता ने कर्ज लिया। साल 2012 में पत्नी का देहांत हो गया। फिर भी मेहनत के बल पर लक्ष्य की ओर नजर रखी। अब परिणाम देख सब हैरान है। बड़ा बेटा कर्नल है, दूसरा बेटा हरियाणा लोकसेवा आयोग के ओएसडी बना है। तीसरा बेटा दिल्ली कोर्ट में एडवोकेट है। पिता की मेहनत को बच्चों ने निखारा तो लोग इससे प्रेरणा लेकर अपने बच्चों को भी शिक्षा की ओर अग्रसर करने में जुट गए है।
आपको बताते चले कि तेजपाल ने 2018 तक टायर पंचर की दुकान चलाई है और आज टेंट लगाने का कार्य कर रहे हैं। हरिभूमि से बातचीत में उन्होंने बताया कि दिनरात काम करके अपने बेटों को अच्छी तालीम दिलाई जो आज देश-दुनिया में नाम रौशन कर रहा है। अब वे विवाह-शादियों में टेंट लगाने का कार्य करते हैं। साल 2012 में उनकी पत्नी का देहांत हो गया। जिससे परिवार पर संकट आ पड़ा। उसके बावजूद उन्होंने धैर्य रखते हुए अपने कार्य को प्राथमिकता दी। चार बच्चों को कामयाब करने वाले इस पिता की चर्चाएं खेड़ी तलवाना सहित आस-पास के गांव में है। एक बेटी व तीन बेटों को पढ़ा-लिखाकर वैलसेट किए हैं। बच्चों की पढ़ाई तथा स्वयं के कार्य के लिए कर्जा भी लिया। उनका बड़ा बेटा विकास भारतीय सेना में फिलहाल कर्नल के पद पर विराजमान है। दूसरा बेटा विनय कुमार जिसने वाईएमसीए से बीटेक कर 2015 में यूपीएससी क्वालीफाई किया था, वे अब चंडीगढ में हरियाणा लोकसेवा आयोग के बतौर ओएसडी कार्यरत हैं। तीसरा बेटा दिल्ली की तीसहजारी कोर्ट में वकालत कर रहा है। बेटी व दामाद नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में बतौर क्लर्क अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विनय की पत्नी भी 2019 बैच की आईएएस ऑफिसर है। उन्होंने गांव में धर्मशाला का निर्माण भी कराया है। संघर्ष का प्रयाय रहे तेजपाल की मेहनत के किस्से आज किसी भी चौराहे पर सुने जा सकते हैं।
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