चीनी मिल पेराई सत्र : कारखाने में मशीनरी का मरम्मत कार्य पूरा, पांच नवंबर को होगा बॉयलर ट्रायल

चीनी मिल पेराई सत्र  : कारखाने में मशीनरी का मरम्मत कार्य पूरा,  पांच नवंबर को होगा बॉयलर ट्रायल
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उम्मीद है कि नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में मिल का पेराई सत्र शुरू हो जायेगा। समय पर पेराई सत्र शुरू होने पर गन्ना उत्पादकों के साथ-साथ मिल कर्मचारियों में खुशी का माहौल है।

हरिभूमि न्यूज. सोनीपत

दी सहकारिता चीनी मिल सोनीपत में पेराई सत्र वर्ष-2022-23 को लेकर मिल प्रबंधन की तरफ से कारखाने में रिपेरिंग का कार्य लगभग 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है। प्रबंधन की तरफ से नवंबर के पहले सप्ताह में ही बॉयलर की पूजा करने का निर्णय लिया गया है। बॉलयर पूजा होने के बाद ट्रायल को शुरू किया जायेगा। उम्मीद है कि नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में मिल का पेराई सत्र शुरू हो जायेगा। समय पर पेराई सत्र शुरू होने पर गन्ना उत्पादकों के साथ-साथ मिल कर्मचारियों में खुशी का माहौल है।

बता दें कि जिले में गन्ना उत्पादकों ने चीनी मिल सोनीपत के अंतगर्त 16 हजार एकड़ भूमि पर गन्ने की खेती की है। हर वर्ष नवंबर माह में चीनी मिल के पेराई सत्र की शुरूआत होती है। गत वर्ष नवबर माह के पहले सप्ताह में ही पेराई सत्र की शुरूआत हो गई थी। पेराई सत्र की शुरुआत से पहले मिल की रिपेयरिंग का काम किया गया है। आगामी पांच नवबर के बाद मुख्य तौर पर ट्रायल किए जाएंगे। ट्रायल सफल रहते हैं तो जल्द ही पेराई सत्र की शुरूआत की जाएगी।

गांव की चौधर चुनने में व्यस्थ किसान, पेराई सत्र की शुरूआत पर पड़ सकता है, असर

आमतौर पर सोनीपत चीनी मिल में पेराई सत्र की शुरुआत नवंबर माह के पहले सप्ताह में हो जाती है। लेकिन इस बार पेराई सत्र की शुरुआत के लिए गन्ना उत्पादकों व मिल प्रबंधन को इंतजार करना पड़ सकता है। जिसकी वजह पंचायती चुनाव है। जिले में 9 नवंबर को जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव है वहीं 12 नवम्बर को पंच और सरपंच के चुनाव आयोजित होगे। जिसकी वजह से सोनीपत चीनी मिल के कई अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी चुनावों में लगी हुई है। ऐसे में पेराई सत्र की शुरुआत इस बार दूसरे सप्ताह में हो सकती है।

तकनीकी खराबियों ने किया था गत वर्ष परेशान, 30 लाख क्विंटल गन्ने की थी पेराई

सोनीपत चीनी मिल में गत पेराई सत्र के दौरान करीब 30 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की गई थी। हालांकि गत पेराई सत्र के दौरान किसानों को काफी ब्रेक डाउन झेलने पड़े थे। समय पर गन्ने की पेराई न होने की वजह से गन्ना उत्पादकों को अपना गन्ना दूसरी मिलों में डालने पर मजबूर होना पड़ा था। ऐसे में किसान उम्मीद कर रहे है कि इस बार पेराई सत्र बेहतर ढंग से चलेगा।

मिल कारखाने में रिपेयरिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसी सप्ताह के अंत में बॉलयर पूजा की जायेगी। जिसके बाद ट्रायल शुरू हो जाएंगे। कारखाने के कुछ भाग का ट्रायल लिया जा चुका है। पेराइ सत्र को बेहतर व सुचारू रूप से चलाने के लिए दिन-रात कर्मचारियों ने मेहनत की है। पेराई सत्र को बेहतर चलाने के लिए जरूरी कदम उठाने का काम किया जा रहा है। - अनुपमा मलिक, एमडी, चीनी मिल सोनीपत।

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