उत्तर भारत की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल में गन्ना पेराई के कार्य का हुआ शुभारंभ

उत्तर भारत की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल में गन्ना पेराई के कार्य का हुआ शुभारंभ
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गन्ना पेराई का कार्य शुरू होने से पहले हवन-यज्ञ किया गया। इसके बाद शुगर मिल के मुख्य संचालन अधिकारी एसके सचदेवा, सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (केन) डीपी सिंह, नैनापुरी, जीएम राजिंद्र कौशिक समेत अन्य अधिकारियों द्वारा नारियल तोड़कर व गन्ने का पूजन कर गन्ना पेराई के कार्य का शुभारंभ किया।

यमुनानगर। उत्तर भारत की सबसे बड़ी सरस्वती शुगर मिल यमुनानगर में मंगलवार सुबह चालू सत्र 2023-24 के लिए गन्ना पेराई कार्य का शुभारंभ हो गया। गन्ना पेराई का कार्य शुरू होने से पहले हवन-यज्ञ किया गया। इसके बाद शुगर मिल के मुख्य संचालन अधिकारी एसके सचदेवा, सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (केन) डीपी सिंह, नैनापुरी, जीएम राजिंद्र कौशिक समेत अन्य अधिकारियों द्वारा नारियल तोड़कर व गन्ने का पूजन कर गन्ना पेराई के कार्य का शुभारंभ किया। खास बात यह है कि गत वर्ष की अपेक्षा इस बार गन्ना पेराई का कार्य नौ दिन पहले शुरू किया गया है। गत वर्ष 8 नवंबर को गन्ना पेराई का कार्य शुरू किया गया था।

मिल शुभारंभ पर मिल में सबसे पहले गन्ना लाने वाले पहले तीन किसानों गांव रुला खेड़ी के मुकेश कुमार, सिटी विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के ट्रैक्टर-ट्राली चालक व गांव रायपुर के गफूर को नकद राशि व मिठाई का डिब्बा देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा गन्ना खरीद केंद्र से सबसे पहले ट्रक में गन्ना लेकर पहुंचे चालक पवन कुमार को भी सम्मानित किया गया। इसके बाद गन्ना पेराई के कार्य का विधिवत शुभारंभ किया गया। मौके पर लड्डू खिलाकर एक दूसरे का मुंह मीठा करवाया गया।

पेराई के लिए ट्रैक्टर ट्राली से गन्ना मिल में डालते हुए क्रेन।

एक करोड़ 75 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का रखा लक्ष्य

मिल के मुख्य संचालन अधिकारी एसके सचदेवा ने बताया कि इस वर्ष मिल द्वारा गन्ना पिराई का लक्ष्य एक करोड़ 75 लाख क्विंटल रखा गया है। इससे पहले गत सीजन में एक करोड़ 66 लाख क्विंटल गन्ना पेराई हुई थी। उन्होंने बताया कि इस बार गन्ने की पैदावार खेतों में अच्छी खड़ी है। जो किसानों और मिल के लिए खुशी की बात है। किसानों के हित को देखते हुए इस वर्ष गन्ना पेराई का कार्य नौ दिन पहले शुरु किया गया है।

गन्ना खरीद के लिए बनाए गए 45 सेंटर

सरस्वती शुगर मिल के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (केन) डीपी सिंह ने बताया कि मिल प्रबंधन ने इस वर्ष किसानों की सुविधा के लिए शुगर मिल के अंतर्गत गन्ना खरीद के लिए 45 खरीद सेंटर बनाए हैं। जिसमें शुगर मिल से दूर रहने वाले किसान गन्ना खरीद केंद्र पर गन्ना डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती चरण में अरली किस्म गन्ने की शुरु की पेराई की जा रही है। कुछ दिन बाद अन्य किस्म के गन्ना की पेराई आरंभ कर दी जाएगी। उन्होंने गन्ना किसानों से मिल में साफ सुथरा गन्ना लाए जाने की अपील की। डीपी सिंह ने बताया कि शुगर मिल क्षेत्र में गन्ने की पैदावार बढाने के लिए किसानों को गन्ने की उन्नतशील किस्मे मुहैया करवाई गई हैं। जिनकी पैदावार अपेक्षाकृत अधिक है। उन्होंने बताया कि इस बार शुगर मिल में पहली बार सल्फर फ्री चीनी तैयार की जाएगी।

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