हरियाणा में 26 जुलाई तक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन छुट्टियां घोषित

हरियाणा में 26 जुलाई तक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन छुट्टियां घोषित
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हरियाणा शिक्षा निदेशालय द्वारा एक पत्र जारी कर प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं।

हरिभूमि न्यूज : भिवानी

हरियाणा में शिक्षा विभाग (Education Department) ने स्कूलों की गर्मियों की छुट्टियां 1 जुलाई से 26 जुलाई तक घोषित कर दी है। हरियाणा शिक्षा निदेशालय द्वारा एक पत्र जारी कर प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं।

अब सभी स्कूल 27 जुलाई सोमवार को खुलेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने भेजे आदेशों में कहा है कि आज से सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। 26 जुलाई तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। इस बारे में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है।

शिक्षक पहुंच गए स्कूल, साढे 11 बजे मिला पत्र

शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली का कोई जवाब नहीं है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों का ग्रीष्मावकाश करने की घोषणा कर दी। हैरानी की बात यह है कि विभाग ने स्कूलों की छुट्टी आज से ही लागू की और आज ही पत्र भेजा। पत्र उस वक्त भेजा। जिस वक्त सभी शिक्षक स्कूलों में जा चुके है। यहां यह बताना जरूरी है कि सरकारी स्कूल सुबह आठ बजे खुलते है और ढाई बजे तक शिक्षक वहां पर नियुक्त रहते है। अन्य दिनों की तरह सभी शिक्षक आठ बजे स्कूल में पहुंच गए। उनको साढे 11 बजे मेल पर ग्रीष्मावकाश होने का पत्र मिला। उसके बाद शिक्षक न तो घर आ सकते थे और न ही स्कूल में रह कर हाजिरी रजिस्टर में हाजिरी लगा सकते थे। हालांकि कई स्कूलों में शिक्षक ढाई बजे तक रहे,पर उनका स्कूलों में रहना बेकार ही रहा। शिक्षकों ने बताया कि अगर शिक्षा विभाग उक्त पत्र को एक दिन पहले भेज देता तो उनको आज स्कूलों में नहीं जाना पड़ता। शिक्षा विभाग ने आज से ही छुट्टियां लागू की है और आज ही पत्र जारी किया है।

बच्चे घर पर, शिक्षक जा रहे थे स्कूलों में

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते प्रदेश के सभी स्कूलों में बच्चों की छुट्टियां की हुई थी। बच्चे स्कूलों में नहीं जा रहे थे,लेकिन सभी शिक्षकों को स्कूलों में बुलाया गया था। वे उसी दिन से नियमित स्कूलों में पहुंच रहे है। वे स्कूलों में बैठकर बच्चों को होमवर्क दिया। साथ ही उन्होंने बच्चों के घर जाकर उनका होमवर्क चैक किया। इस दौरान मिड-डे-मील योजना के तहत बच्चों को घर-घर जाकर उनको सूखा राशन दिया। साथ ही बच्चों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए घरों में ही रहने के निर्देश दे रहे थे। इस दौरान शिक्षकों ने कई बार अभिभावकों से ऑनलाइन पढाई का फीडबैक भी लिया। जो कि विभाग के मुख्यालय भेजना होता है।

व्हाट्सएप ग्रुप से दिया जाएगा होमवर्क

शिक्षा विभाग ने भेजे निर्देशों में कहा गया है कि वे बच्चों को मोबाइल पर बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से होमवर्क दे। हर क्लास टीचर या विषय टीचर अपने-अपने सब्जेक्ट का अलग-अलग ग्रुप में होमवर्क दिया जाए। खैर अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि 27 जुलाई जब स्कूल खुलेंगे। उस वक्त बच्चों को भी स्कूल में बुलाया जाएगा या नहीं, लेकिन नोटबुक किया गया होमवर्क बच्चों को दिखाना होगा। अगर बच्चों को स्कूलों में बुलाया गया तो हर बच्चे की नोटबुक चेक होगी। नहीं बुलाया गया तो मोबाइल पर ही नोटबुक की पीडीएफ फाइल अपलोड करनी होगी। उसके बाद शिक्षक उन नोटबुक को ऑनलाइन ही चेक करेंगेे।

31 जुलाई तक कालेज और यूनिवर्सिटी भी बंद

इसी तरह से सभी कालेजों और यूनिवर्सिटी को उप निदेशक हायर एजूकेशन की ओर से एक सूचना भेजकर 31 जुलाई तक सभी उच्च शिक्षण संस्थान बंद रखने का फैसला लिया गया है। पत्र में एमएचआरडी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि सभी शिक्षण संस्थान व यूनिवर्सिटी 31 जुलाई तक पूर्णतया बंद रखे जाएंगे।

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