समर्थक ने मंत्री के नाम पर जमकर दिखाया रौब, RTA सचिव का ट्रांसफर कराने की धमकी, स्कूल बस का SDM ने किया था चालान

समर्थक ने मंत्री के नाम पर जमकर दिखाया रौब, RTA सचिव का ट्रांसफर कराने की धमकी, स्कूल बस का SDM ने किया था चालान
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आरटीए के अधिकारियों ने भी मंत्री के नाम का इस्तेमाल किए जाने के बाद दबाव में आकर जब बस के चालान की जानकारी जुटाई, तो पता चला कि बस में फर्स्ट एड बॉक्स और फायर एंक्सिग्यूशर नहीं होने के कारण बस का चालान किया गया था।

नरेन्द्र वत्स. रेवाड़ी

मंत्रियों की छवि खराब करने के लिए किस तरह उनके समर्थक अपना रौब दिखाते हैं, इसका ताजा उदाहरण बुधवार को आरटीए कार्यालय में पूरे स्टाफ ने बखूबी देखा। खुद को केंद्रीय मंत्री का समर्थक बताने वाले एक निजी स्कूल संचालक ने बस का चालान होने के बाद कार्यालय में आकर न सिर्फ मंत्री का रौब दिखाया, बल्कि आरटीए सचिव का 5 दिन में तबादला कराने तक की धमकी दे डाली। आरटीए के अधिकारियों ने भी मंत्री के नाम का इस्तेमाल किए जाने के बाद दबाव में आकर जब बस के चालान की जानकारी जुटाई, तो पता चला कि बस में फर्स्ट एड बॉक्स और फायर एंक्सिग्यूशर नहीं होने के कारण बस का चालान किया गया था। चालान भुगतते समय यह बात भी सामने आई कि इस बस के टैक्स का भुगतान 31 मार्च के बाद नहीं किया गया है।

बुधवार शाम करीब 4 बजे एक निजी स्कूल संचालक आरटीए कार्यालय पहुंचा। उसने अपनी बस का चालान करने पर वहां मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों पर गुस्सा निकालना शुरू कर दिया। उसने सीधे तौर पर आरटीए सचिव पर इस बात को लेकर गुस्सा उतारना शुरू कर दिया कि सचिव ने उसके फोन से कांफ्रेंस के जरिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से बात करने से मना कर दिया। करीब 3 मिनट तक स्कूल संचालक ने बार-बार राव इंद्रजीत सिंह के नाम का जिक्र करते हुए कार्यालय में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों पर जमकर रौब झाड़ा। स्कूल संचालक ने यह भी धमकी दी कि वह 5 दिन के अंदर आरटीए सचिव का तबादला करा देगा।

इसके बाद एक अधिकारी ने स्कूल संचालक के गुस्से को शांत करते हुए बैठाकर चालान के बारे में जानकारी हासिल की। पता चला कि बस में फर्स्ट एड बॉक्स और अग्निशमक यंत्र नहीं पाए जाने पर बावल के एसडीएम ने बस का चालान किया था। स्कूल संचालक के राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए बस का चालान जल्द भुगतने की व्यवस्था की गई। बस का चालान तो भुगत दिया गया, परंतु यह बात भी सामने आई कि बस का टैक्स मार्च माह के बाद से पेंडिंग है। यहां उल्लेखनीय है कि राव इंद्रजीत सिंह कभी भी इस तरीके से धमकियां देकर गलत कार्य करने वाले लोगों का साथ नहीं देते। ऐसे में अब वह क्या एक्शन लेते हैं, यह आने वाला समय बताएगा।


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